Gorakhpur Lockdown update : तब्लीगी मरकज में शामिल हुए थे गोरखपुर-बस्ती मंडल के 81 जमाती, सिर्फ 43 पर केस Gorakhpur News
कोरोना वायरस फैलाने के लिए निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज से लौटे 81 जमातियों में मात्र 42 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। बाकी लोगों पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
गोरखपुर, जेएनएन। दिल्ली निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज में शामिल होकर लौटे गोरखपुर-बस्ती मंडल के 81 जमातियों को विभिन्न स्थानों पर क्वारंटाइन किया गया है। इनमें से छह जमाती कोरोना संक्रमण की चपेट में है। कोरोना वायरस फैलाने के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज से लौटे इन जमातियों में मात्र 42 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। बाकी लोगों पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इससे पुलिस की लापरवाही खुलकर सामने आ गई है।
गोरखपुर में सभी जमातियों पर हुआ है केस
गोरखपुर जिले में चिलुआताल क्षेत्र के मानबेला स्थित मस्जिद में 12 जमाती पकड़े गए हैं। ये सभी दिल्ली के निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज शामिल हुए थे। इनमें से एक बिहार का और 12 प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले हैं। सभी के विरुद्ध निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने और महामारी फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। मस्जिद के मौलवी पर अलग से मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी को मस्जिद के अंदर ही क्वारंटीन किया गया है।
महराजगंज में 21 जमातियों में छह संक्रमित, सभी के खिलाफ मुकदमा
राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में महराजगंज जिले के 21 लोग शामिल हुए थे। कोल्हुई और पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के इन जमातियों को एक अप्रैल को जिला महिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। इनमें से छह की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई है। इन्हें सीएचसी जगदौर के विशेष आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इन सभी के खिलाफ कोल्हुई और पुरंदरपुर थाना में एक अप्रैल को आइपीसी की धारा 188, 269,270 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। पाजिटिव पाए गए जमातियों के परिवार के 36 सदस्यों को भी जिला महिला अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया। इन सभी की भी रिपोर्ट निगेटिव आई है। चार अप्रैल को पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के परसोहिया, सोनबरसा व हरैया खुर्द गांव के नौ और जमातियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर जिला महिला अस्पताल में क्वारंटाइन किया था। इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनका कहना है कि वह दिल्ली के तब्लीगी मरकज में न जाकर निजामुद्दीन चिस्ती की दरगाह पर गए थे।
संतकबीर नगर में 15 जमातियों पर नहीं हुई कार्रवाई
संतकबीर नगर जिले के सेमरियावां ब्लाक के बढ़यामाफी गांव की मस्जिद से 15 जमातियों को पकड़ा गया था। यह सभी दिल्ली के निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज शामिल होकर 31 मार्च की रात से आकर मस्जिद में छिपे थे। सभी दूसरे प्रदेश के निवासी हैं। प्रशासन ने सभी को पकड़कर जिला अस्पताल में बने कोरोना के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया। सभी का सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था। जांच में सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई। तीन दिन बाद प्रशासन ने सभी को अस्पताल से निकालकर खलीलाबाद में स्थित लाल मैरेज हाल में होम क्वारंटाइन किया हुआ है। पुलिस ने इस मामले में किसी पर काेई कार्रवाई नहीं की है।
बस्ती 71 जमातियों में सिर्फ दस के खिलफ केस
बस्ती जिले में चलाए गए विशेष अभियान के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव राेकन के लिए पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर छिपे 71 जमातियों को पकड़ा। इनमें से 31 दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तब्लीगी जमात में शामिल होकर लौटे थे। सभी को अलग अलग स्थानों पर क्वारंटाइन कर उन पर नजर रखी जा रही है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इनमें से दस लोगों के खिलाफ तब मुकदमा दर्ज किया गया जब वे फरार होकर अपने ठिकाने चले गए। दिल्ली के तब्लीगी जमात में शामिल हुए 31 लोगों को बस्ती मेडिकल कालेज के हास्टल में बनाए गए क्वारंटाइन वार्ड में रखा गया है। इनकी नियमित जांच की जा रही है। इनमें से एक में भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं। बस्ती में पकड़े गए जमातियों में सर्वाधिक 25 बहराइच के हैं। 16 रुधौली,एक लखनऊ, आठ कानपुर,नौ मुंबई,दो मऊ,आठ गाजीपुर और एक एक संतकबीरनगर एवं बिहार के हैं। बस्ती जिले छावनी थानाक्षेत्र चौकड़ी गांव में स्थित मस्जिद में पकड़े गए नौ जमातियों को वहीं पर क्वारंटाइन किया गया था। पहली अप्रैल की रात में यह सभी भाग गए। इनमें से आठ कानपुर और एक बिहार का था। ग्रामीणों की सूचना पर मस्जिद की देखरेख करने वाले और फरार नौ जमातियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
निजामुद्दीन मरकज में शामिल दोनो जमातियों पर मुकदमा नहीं
कुशीनगर जिले के पडरौना नगर से सटे गांव अमवा जंगल से दबोचे गए हाशिम व यशोदर अली निवासी आसाम की दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने की पुष्टि हुई है। दोनों ने बताया कि मरकज में शामिल होने के बाद वे 11 मार्च को कुशीनगर जिले के हाटा नगर में आ गए। मस्जिदों में रहकर जमात करना उनका पेशा है। एसपी विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि दोनों के हाटा व पडरौना स्थित एक-एक मस्जिद में जमात में शामिल होने की बात सामने आई है। तब लॉकडाउन नहीं था। यही कारण है कि इस मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एहतियात के तौर पर जमाती व उनके तीन मददगारों को क्वारंटाइन के लिए भेजा गया है। जमातियों के शरणदाताओं से बातचीत कर संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। स्थानीय स्तर पर भी जमात में किसी के शामिल हाेने की बात सामने नहीं आयी है।