Ayodhya Ram Mandir News: श्रीराम : 'संकल्प के शिलान्यास पर व्रत रहेगा शहीदों का परिवार
इस पावन अवसर पर उन शहीदों का परिवार व्रत रखकर राम-नाम जप करेगा जिन्होंने श्रीराम के लिए प्राणों की आहुति दे दी। ये शहीद हैं साड़पुर के सत्यवान सिंह और बरसांव के रामचंद्र यादव।
गोरखपुर, जेएनएन। एक आस, जिसे पूरा करने के लिए संघर्ष का इतिहास 500 वर्ष पुराना है। एक संकल्प, जिसके लिए लोग शहादत से भी पीछे नहीं हटे। पांच अगस्त को जब नींव की पहली ईट रखी जाएगी, इनका प्राणोत्सर्ग संकल्प को पूर्णता देगा और तब बस्ती का सरयू तट इलाका अलग ही आभा से जगमग हो रहा होगा। अयोध्या में श्रीराम के जयकारे होंगे और यहां श्रीराम नाम के जप की मधुर गुंजन। इस पावन अवसर पर उन शहीदों का परिवार व्रत रखकर राम-नाम जप करेगा, जिन्होंने श्रीराम के लिए प्राणों की आहुति दे दी। ये शहीद हैं, साड़पुर के सत्यवान सिंह और बरसांव के रामचंद्र यादव। श्रीराम मंदिर के शिलान्यास की खबर के बाद परिवार और गांव इनके बलिदान को शत-शत नमन कर रहा है।
सरयू किनारे बसे गांव के ग्रामीण आज भी 22 अक्टूबर 1990 की चर्चा आते ही सहम जाते हैं। इसी दिन लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा बिहार में रोकने की खबर पर सांडपुर, हेंगापुर और बरसांव समेत कई गांवों के रामभक्त भड़क गए थे। पुलिस कुछ कारसेवकों को गिरफ्तार कर ले जा रही थी, इसी बीच रमना तौफीर में झड़प हुई और पुलिस की गोली से सत्यवान सिंह और रामचंद्र यादव शहीद हो गए।
तब रामचंद्र करीब 18 वर्ष और सत्यवान 22 वर्ष के थे। सत्यवान की शादी हुए तीन वर्ष हो गए थे। डेढ़ वर्ष के पुत्र का भविष्य देखते हुए परिवार ने उनकी पत्नी मृदुला सिंह का विवाह सत्यवान के छोटे भाई सत्यप्रकाश सिंह से करा दिया। पुत्र कुंवर सिंह सौरभ सिंह नोएडा में नौकरी कर रहे हैं। पिता की कुर्बानी पर उन्हें गर्व है तो मृदुला सिंह ने बरसती आंखों से कहा कि जब श्रीराम मंदिर के नींव की पहली ईंट रखी जाएगी, उनके पति समेत सभी रामभक्त शहीदों की आत्मा सुख प्राप्त करेगी। सत्यप्रकाश सिंह और मृदुला सिंह ने कहा कि पांच अगस्त को पूरा परिवार व्रत रखेगा। राम-नाम कीर्तन करेंगे और रात में दीये जलाएंगे।
वहीं, 18 वर्ष की उम्र में श्रीराम के लिए बलिदान होने वाले रामचंद्र यादव छह भाइयों में तीसरे नंबर के थे। 1990 में छह वर्ष के रहे उनके सबसे छोटे भाई मनीराम यादव कहते हैं कि इससे बड़ी खुशी की बात क्या होगी कि श्रीराम का मंदिर बन रहा है। हम सभी व्रत रहेंगे और दीपावली मनाएंगे।
अयोध्या जाने का मिले मौका
शहीदों का परिवार भूमिपूजन का साक्षी बनने के लिए भी आतुर हैं। सत्यवान के भाई सत्यप्रकाश सिंह विधायक अजय सिंह के साथ इसकी मनुहार लेकर शुक्रवार को महंत नृत्य गोपाल दास के पास अयोध्या भी गए। इनका कहना वह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से एक ही मांग करेंगे कि राम मंदिर आंदोलन के दौरान रामभक्तों पर दर्ज मुकदमे वापस किए जाएं। सुरक्षा कारणों से जाने को नहीं मिला तो राम-नाम कीर्तन संग लाइव प्रसारण देखेंगे और व्रत रखेंगे।