नामी कंपनी के नाम पर बना रहे थे नकली मोबिल, पुलिस ने किया पर्दाफाश
पुलिस ने गोरखपुर में नकली मोबिल बनाने के कारोबार का पर्दाफाश किया है। नामी कंपनी की शिकायत के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।
गोरखपुर, जेएनएन। सहजनवां पुलिस ने गीडा के सेक्टर 13 में छापेमारी कर नकली मोबिल आयल के कारोबार का पर्दाफाश किया है। हिन्दुस्तान पैट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) लिमिटेड, नई दिल्ली के आपरेशनल मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने दो फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर लंबे समय से चल रहे इस कारोबार से पर्दा उठाया। दोनों फैक्ट्रियों से बड़ी मात्रा में तैयार किया गया नकली मोबिल आयल, स्टीटकर और खाली डिब्बे बरामद हुए हैं। एचपीसीएल के आपरेशनल मैनेजर लाल सिंह ने थाने में तहरीर देकर गीडा स्थित दो फैक्ट्रियों में चल रहे नकली मोबिल आयल के कारोबार की शिकायत की थी। इसी आधार पर रात में 10 बजे के आसपास पुलिस टीम ने सेक्टर 13 स्थित एसपी केमिकल और त्रिपुरारी लुब्रिकेंट्स नाम की फैक्ट्री पर छापेमारी कर इस कारोबार का पर्दाफाश किया। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। प्रभारी थानेदार मोती सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। कारोबार में लिप्त लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी नाम से पासपोर्ट आवेदन करने के आरोपित की जमानत अर्जी खारिज
उधर, कूटरचित दस्तावेज के सहारे नाम बदल कर दोबारा पासपोर्ट के लिए आवेदन करने के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश कुमार प्रशांत ने बांसगांव थानाक्षेत्र के ग्राम धस्की निवासी अविनाश उर्फ कैलाश यादव की जमानत अर्जी खारिज कर दी। अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी रमेश पांडेय एवं सिद्धार्थ सिंह का कहना था कि एक नवंबर 2014 को वादी उपनिरीक्षक कन्हैया लाल अपने हमराहियों के साथ अविनाश यादव के पासपोर्ट आवेदन पत्र की जांच के लिए उसके गांव धस्की गए। गांव के लोगों ने बताया कि वहां पर अविनाश पुत्र शिवानंद नाम का कोई व्यक्ति नहीं रहता है। शिवानंद का तीसरा लड़का कैलाश यादव पहले अपने सही नाम से बैंकाक जा चुका था। दोबारा उसने अपना नाम बदल कर अविनाश नाम से आवेदन किया है।