मुख्यमंत्री के पोर्टल पर झूठ बोल रहे थानेदार, निस्तारण के फर्जी आंकड़े अपलोड
मुख्यमंत्री के पोर्टल आइजीआरएस पर शिकायतों के निस्तारण का फर्जी आंकड़ा अपलोड किया जा रहा हे। यह कार्य देवरिया में हो रहा है।
By Edited By: Published: Thu, 18 Oct 2018 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 18 Oct 2018 04:42 PM (IST)
गोरखपुर (जेएनएन)। मुख्यमंत्री के पोर्टल आइजीआरएस पर शिकायत करने वाले फरियादियों को गुमराह किया जा रहा हैं। बिना मौके पर गए जांच अधिकारी और थानेदार शिकायतों का फर्जी निस्तारण कर रिपोर्ट आनलाइन कंप्यूटर में फीड करवा दे रहे हैं। यह चूक सीओ स्तर से भी हो रही है। करीब बीस फीसद लोग पुलिस की जांच से असंतुष्ट दिख रहे हैं। यह वाकया देवरिया जिले का है।
देवरिया जिले की स्थिति सबसे खराब
शासन स्तर की ओर से की गई समीक्षा में आनलाइन शिकायतों के निस्तारण में देवरिया जिले की स्थिति काफी खराब मिली। निर्धारित समय में निस्तारण, लंबित मामलों की बढ़ती संख्या पर नाराजगी जताते हुए अधिकांश थानों को डिफाल्टर घोषित कर दिया गया हैं। जनवरी में 12549 शिकायतें आनलाइन दर्ज जनवरी 2018 से सितंबर तक न्याय की आस में देवरिया जिले के 12549 लोगों ने आनलाइन शिकायतें दर्ज कराई। इनके निस्तारण में जांच अधिकारी को एक महीने का समय मिला है। बाबजूद इसके अधिकांश मामलों में जांच अधिकारी बिना मौके पर गए शिकायतों का निस्तारण कर आनलाइन आख्या प्रेषित कर दे रहे हैं।
नहीं हो रहा शिकायतों का निस्तारण
390 शिकायतों का निस्तारण नहीं आनलाइन शिकायतों के लिए एक महीने का समय दिया गया है। अब तक 390 शिकायतें लंबित हैं। सभी शिकायतें उच्चाधिकारियों की निगरानी में निस्तारित होती हैं। पोर्टल के अलावा जिले में सौ से अधिक शिकायत पुलिस के पास पहुंच रही हैं। इन शिकायतों को यहीं हाल है। एसपी कार्यालय फरियादियों से पटा रहता है। न्याय की उम्मीद में पुलिस की चौखट तक पहुंचने वाले फरियादियों को निराशा हाथ लग रही है। फीड बैक में फरियादी असंतुष्ट पोर्टल की शिकायत को लेकर शासन स्तर से गाइड लाइन जारी किया गया है। निस्तारण से पहले वादी से फीड बैक की जरूरत होती है। फोन करने पर अधिकांश फरियादी पुलिस की जांच से असंतुष्ट हैं। समीक्षा में देवरिया की स्थिति काफी खराब है।
शासन स्तर रैकिंग में देवरिया को 23वां स्थान मिला है। डिफाल्टर की सूची में कई थाने सदर कोतवाली में सबसे अधिक और एकौना में सबसे कम शिकायतें आती हैं। पिछले महीने हुई समीक्षा में कोतवाली, गौरीबाजार, बरहज, रामपुर कारखाना, सलेमपुर, रुद्रपुर सहित अन्य थाने डिफाल्टर घोषित किए गए हैं। भलुअनी थाने से जुड़ी शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण किया गया है। उसे प्रथम श्रेणी में रखा गया है। जांच रिपोर्ट में सवाल उठता है तो जांच कराई जाएगी: एसपी
इस संबंध में देवरिया के अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी/ आइजीआरएस प्रभारी सुरेंद्र बहादुर का कहना है कि निर्धारित समय में जांच रिपोर्ट अपलोड करने का दबाव रहता है। त्योहार की वजह से शिकायतें लंबित हैं। जांच रिपोर्ट में सवाल उठता है तो उसकी जांच कराई जाएगी। शिकायतकर्ता को पूरी तरह से संतुष्ट कर पाना मुश्किल है। रैं¨कग हर माह जारी होती है। डिफाल्टर थानों की निगरानी की जा रही है।
देवरिया जिले की स्थिति सबसे खराब
शासन स्तर की ओर से की गई समीक्षा में आनलाइन शिकायतों के निस्तारण में देवरिया जिले की स्थिति काफी खराब मिली। निर्धारित समय में निस्तारण, लंबित मामलों की बढ़ती संख्या पर नाराजगी जताते हुए अधिकांश थानों को डिफाल्टर घोषित कर दिया गया हैं। जनवरी में 12549 शिकायतें आनलाइन दर्ज जनवरी 2018 से सितंबर तक न्याय की आस में देवरिया जिले के 12549 लोगों ने आनलाइन शिकायतें दर्ज कराई। इनके निस्तारण में जांच अधिकारी को एक महीने का समय मिला है। बाबजूद इसके अधिकांश मामलों में जांच अधिकारी बिना मौके पर गए शिकायतों का निस्तारण कर आनलाइन आख्या प्रेषित कर दे रहे हैं।
नहीं हो रहा शिकायतों का निस्तारण
390 शिकायतों का निस्तारण नहीं आनलाइन शिकायतों के लिए एक महीने का समय दिया गया है। अब तक 390 शिकायतें लंबित हैं। सभी शिकायतें उच्चाधिकारियों की निगरानी में निस्तारित होती हैं। पोर्टल के अलावा जिले में सौ से अधिक शिकायत पुलिस के पास पहुंच रही हैं। इन शिकायतों को यहीं हाल है। एसपी कार्यालय फरियादियों से पटा रहता है। न्याय की उम्मीद में पुलिस की चौखट तक पहुंचने वाले फरियादियों को निराशा हाथ लग रही है। फीड बैक में फरियादी असंतुष्ट पोर्टल की शिकायत को लेकर शासन स्तर से गाइड लाइन जारी किया गया है। निस्तारण से पहले वादी से फीड बैक की जरूरत होती है। फोन करने पर अधिकांश फरियादी पुलिस की जांच से असंतुष्ट हैं। समीक्षा में देवरिया की स्थिति काफी खराब है।
शासन स्तर रैकिंग में देवरिया को 23वां स्थान मिला है। डिफाल्टर की सूची में कई थाने सदर कोतवाली में सबसे अधिक और एकौना में सबसे कम शिकायतें आती हैं। पिछले महीने हुई समीक्षा में कोतवाली, गौरीबाजार, बरहज, रामपुर कारखाना, सलेमपुर, रुद्रपुर सहित अन्य थाने डिफाल्टर घोषित किए गए हैं। भलुअनी थाने से जुड़ी शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण किया गया है। उसे प्रथम श्रेणी में रखा गया है। जांच रिपोर्ट में सवाल उठता है तो जांच कराई जाएगी: एसपी
इस संबंध में देवरिया के अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी/ आइजीआरएस प्रभारी सुरेंद्र बहादुर का कहना है कि निर्धारित समय में जांच रिपोर्ट अपलोड करने का दबाव रहता है। त्योहार की वजह से शिकायतें लंबित हैं। जांच रिपोर्ट में सवाल उठता है तो उसकी जांच कराई जाएगी। शिकायतकर्ता को पूरी तरह से संतुष्ट कर पाना मुश्किल है। रैं¨कग हर माह जारी होती है। डिफाल्टर थानों की निगरानी की जा रही है।
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