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सामूहिक दुष्‍कर्म का मामला : चश्मदीद ने बयान की घटना की परत दर परत Gorakhpur News

युवती को जिस नर्सिंगहोम के सामने फेंका गया था उसके पास ही संतोष का घर है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 09:30 AM (IST)
सामूहिक दुष्‍कर्म का मामला : चश्मदीद ने बयान की घटना की परत दर परत Gorakhpur News
सामूहिक दुष्‍कर्म का मामला : चश्मदीद ने बयान की घटना की परत दर परत Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। अर्धनग्न हालत में दुष्‍कर्म पीडि़ता को भटहट कस्बे में फेंके जाने से लेकर उसे अस्पताल पहुंचाने तक की घटना के चश्मदीद तो कई है, लेकिन कस्बे के संतोष कुमार जायसवाल बयान देने के लिए सामने आए हैं। पुलिस के पहुंचने से पहले उन्होंने ही युवती की मदद की थी और नंबर लेकर उसकी बहन को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। एडीजी जोन के मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने के बाद श्यामदेउरवा इंस्पेक्टर विजय राज सिंह भटहट कस्बे में चश्मदीदों का बयान लेने आए थे। इस दौरान संतोष कुमार सामने आए और हकीकत बयान की।

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युवती को जिस नर्सिंगहोम के सामने फेंका गया था उसके पास ही संतोष का घर है। श्यामदेउरवा इंस्पेक्टर को उन्होंने बताया कि मंगलवार को सुबह वह घर से बाहर निकले तो नर्सिंगहोम के सामने युवती पड़ी हुई थी। आसपास भीड़ भी लगी थी। पूछने पर पता चला कि आठ बजे के आसपास दो बाइक पर सवार पांच युवक उसे छोड़कर फरार हो गए हैं। युवती के शरीर पर कपड़े के नाम पर उसके शरीर पर सिर्फ अंत:वस्त्र ही थे। आसपास के लोग युवती को देख तो रहे थे लेकिन मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। कुछ देर बाद वह युवती के पास गए। उसका शरीर ढंका। पूछने पर युवती सोमवार की शाम को गांव के पास से पांच युवकों के अगवा करने और एक घर के अंदर रात भर बंधक बनाकर शराब के नशे में धुत होकर दुष्कर्म करने के बारे में बताया। गुलरिहा इलाके में ही ब्याही बड़ी बहन का उसने नंबर दिया। जिस पर फोन कर उन्होंने उसकी बहन को सूचना दिया।

तालाब के किनारे घर में ले गए थे अपहर्ता

युवती ने संतोष को बताया कि जिस घर में अपहर्ता उसे ले गए थे, उसकी खिड़की से उसने झांक कर बाहर देखा था। वह घर तालाब के किनारे है और उसके चारों तरफ ऊंची-ऊंची बिल्डिंगें बनी हैं। गाडिय़ों का शोर भी सुनाई दे रहा था। बताते हैं कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर युवती ने यह सारी बात चौकी के पुलिस वालों को भी बताया था। पुलिस वालों ने उससे बातचीत का मोबाइल फोन से वीडियो भी बनाया था, लेकिन बाद में श्यामदेउरवा पुलिस ने मेडिकल कालेज पहुंचते ही युवती को विक्षिप्त और घटना को फर्जी करार दे दिया।

दोस्त के बुलाने पर गांव के बाहर गई थी युवती

पुलिस वालों के पूछताछ करने पर युवती ने बताया था कि गांव के ही एक युवक से उसकी दोस्ती है। सोमवार की शाम को उसी  ने फोन कर उसे मिलने के लिए गांव के बाहर बुलाया था। जिस स्थान पर दोस्त ने मिलने के लिए बुलाया था, उस स्थान पर पहुंची तो वहां उसकी जगह पांच युवक मौजूद मिले। उन्हीं युवकों ने उसे अगवा किया था। युवती के इस बयान के बाद भी पुलिस ने उसके दोस्त से पूछताछ करने की जरूरत नहीं समझी और घटना को फर्जी करार दे दिया। 


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