कोरोना पर फतह की ओर तेजी से बढ़ रहा गोरखपुर, संक्रमितों की संख्या घटकर एक हजार के नीचे
संक्रमितों की संख्या में गिरावट व स्वस्थ होने वालों की संख्या में इजाफा के चलते मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। सितंबर में इनकी संख्या तीन हजार से अधिक थी। अनवरत घटते हुए अब एक हजार से नीचे आ गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना पर फतह की ओर गोरखपुर तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है। संक्रमितों की संख्या में गिरावट व स्वस्थ होने वालों की संख्या में इजाफा के चलते मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। सितंबर में इनकी संख्या तीन हजार से अधिक थी। अनवरत घटते हुए अब एक हजार से नीचे आ गई है।
जून के बाद जब संक्रमितों की संख्या लगातार बढऩे लगी थी। सितंबर आते-आते लगा अब कोरोना नियंत्रण से बाहर हो रहा है। लेकिन रोकथाम व बचाव के उपायों ने असर दिखाया और 10 सितंबर के बाद इनकी संख्या में गिरावट आने लगी। 10 सितंबर को कुल संक्रमितों की संख्या 3136 थी। 24 सितंबर तक यह 1376 पर आ गई। इसके बाद पुन: थोड़ी वृद्धि जरूर हुई लेकिन 14 सितंबर से अनवरत इनकी संख्या में गिरावट आ रही है। 27 अक्टूबर को यह घटकर 965 हो गई। इसका मुख्य कारण रोज संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में गिरावट व स्वस्थ होने वालों की संख्या में इजाफा है।
स्वास्थ्य विभाग ने ली राहत की सांस
संक्रमितों की संख्या में तेजी से आ रही गिरावट से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। जबकि जांच की संख्या में बहुत कमी नहीं आई है। विभाग यह मानकर चल रहा है कि कोरोना पर नियंत्रण हो रहा है। शीघ्र ही यह जिला कोरोना मुक्त हो जाएगा। सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी के अनुसार जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम अनवरत कोरोना से जंग लड़ रही है। इसी का नतीजा है कि अब ढाई से तीन हजार की जांच में मात्र 60-70 संक्रमित मिल रहे हैं।
संक्रमितों का गिरता ग्राफ
10 सितंबर- 3136
17 सितंबर- 1769
24 सितंबर- 1376
30 सितंबर- 1659
07 अक्टूबर- 1923
14 अक्टूबर- 1487
21 अक्टूबर- 1388
27 अक्टूबर- 965
स्वस्थ व संक्रमितों का एक सप्ताह का आंकड़ा
अक्टूबर स्वस्थ संक्रमित
20 152 67
21 74 133
22 181 106
23 46 97
24 139 73
25 132 68
26 167 58
27 122 83
कम हो रहे संक्रमण के कारणों की होगी पड़ताल
शासन ने गोरखपुर में लगातार कम हो रहे संक्रमण के कारणों की पड़ताल की जिम्मेदारी क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र को सौंप दी है। निदेशक डा. रजनीकांत ने बताया कि नमूने लेने और जांचने के तौर-तरीकों की पड़ताल कर गिरते संक्रमण के कारणों का पता लगाया जाएगा।