पिता ने कहा-मैने ही बेटी की गला काटकर की हत्या, पुलिस मानने को तैयार नहीं, जानें-क्या है मामला Gorakhpur news
पिता का कहना था कि उसने ही अपनी बेटी की गला काटकर हत्या कर दी थी। पुलिस को उसकी बातों पर विश्वास नहीं हो रहा है।
By Edited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 08:05 PM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 09:26 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। गोला क्षेत्र के बाथबुजुर्ग गांव में पिता द्वारा की गयी बेटी की हत्या का राज पोस्टमार्टम में नहीं खुल सका। कंकाल का डाक्टरों ने गहन परीक्षण किया पर युवती की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ तो 32 अस्थियां प्रिजर्व कर लीं। इन अस्थियों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। बता दें कि बीते शनिवार को गल्ला व्यापारी जयप्रकाश गुप्त की निशानदेही पर उसकी पुत्री का कटा सिर व धड़ का कंकाल दो स्थानों से पुलिस ने बरामद किया था और उसको पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
जय प्रकाश गुप्त का कहना था कि उसने ही अपनी पुत्री की गला काट कर हत्या कर दी थी। थानाध्यक्ष गोला ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। युवती की गला दबाकर या गला काटकर हत्या की पुष्टि नहीं हो सकी। पुलिस अब युवती की हड्डियों का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है। इसके लिए न्यायालय से अनुमति मांगी जाएगी और फिर हत्यारोपित पिता का ब्लड सेंपल विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा जाएगा। जिससे यह सिद्ध हो सके कि पुलिस द्वारा बरामद हड्डियां उसके पुत्री की ही हैं। नहीं हो सकी युवती की अंत्येष्टि सोमवार को थाने पहुंचे मृतका के जीजा व बुआ ने कोतवाल से मृतक के शव के अवशेष की मांग की।
जिससे की दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जा सके लेकिन कोतवाल ने डीएनए टेस्ट की बात कहते हुए शव अवशेष देने से इंकार कर दिया। वे डाक्टर द्वारा सील किये अवशेष का हवाला देते रहे। अंतिम में मजबूर रिश्तेदार घर लौट गए और घर पहुंचकर पुतला दहन के बारे में विचार करने की बात कही। इस संबंध में कोतवाल संतोष कुमार यादव ने कहा कि न्यायालय से परमिशन लेकर हड्डियों व ब्लड सेंपल भेजने में एक सप्ताह का समय लग जाएगा और रिपोर्ट आने में तीन से चार महीना लग जाता है। जीजा-बुआ ने दर्ज कराया बयान थाने पहुंचकर मृतका के जीजा व बुआ ने अपना बयान दर्ज कराया। जिसको पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने हत्यारोपित पिता के भर की चाभी भी उसके दामाद को सौप दिया और घर पहुंचकर उसकी बड़ी बहन का बयान दर्ज करने का आश्वासन दिया।
जय प्रकाश गुप्त का कहना था कि उसने ही अपनी पुत्री की गला काट कर हत्या कर दी थी। थानाध्यक्ष गोला ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। युवती की गला दबाकर या गला काटकर हत्या की पुष्टि नहीं हो सकी। पुलिस अब युवती की हड्डियों का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है। इसके लिए न्यायालय से अनुमति मांगी जाएगी और फिर हत्यारोपित पिता का ब्लड सेंपल विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा जाएगा। जिससे यह सिद्ध हो सके कि पुलिस द्वारा बरामद हड्डियां उसके पुत्री की ही हैं। नहीं हो सकी युवती की अंत्येष्टि सोमवार को थाने पहुंचे मृतका के जीजा व बुआ ने कोतवाल से मृतक के शव के अवशेष की मांग की।
जिससे की दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जा सके लेकिन कोतवाल ने डीएनए टेस्ट की बात कहते हुए शव अवशेष देने से इंकार कर दिया। वे डाक्टर द्वारा सील किये अवशेष का हवाला देते रहे। अंतिम में मजबूर रिश्तेदार घर लौट गए और घर पहुंचकर पुतला दहन के बारे में विचार करने की बात कही। इस संबंध में कोतवाल संतोष कुमार यादव ने कहा कि न्यायालय से परमिशन लेकर हड्डियों व ब्लड सेंपल भेजने में एक सप्ताह का समय लग जाएगा और रिपोर्ट आने में तीन से चार महीना लग जाता है। जीजा-बुआ ने दर्ज कराया बयान थाने पहुंचकर मृतका के जीजा व बुआ ने अपना बयान दर्ज कराया। जिसको पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने हत्यारोपित पिता के भर की चाभी भी उसके दामाद को सौप दिया और घर पहुंचकर उसकी बड़ी बहन का बयान दर्ज करने का आश्वासन दिया।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें