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अंत समय भी राम राम रटते रहे श्रृंगीनारी के मुख्य पुजारी

90 साल की उम्र में निधनमां शांता देवी मंदिर की सेवा में समर्पित किया जीवन

By Edited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 09:08 AM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 09:08 AM (IST)
अंत समय भी राम राम रटते रहे श्रृंगीनारी के मुख्य पुजारी
अंत समय भी राम राम रटते रहे श्रृंगीनारी के मुख्य पुजारी

बस्ती, जेएनएन। पौराणिक स्थल श्रृंगीनारी में शांता देवी मंदिर के मुख्य पुजारी विनोद पांडेय उर्फ जमुना बाबा जीवन के अंतिम समय भी राम राम रटते रहे। अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण की खबर पर वह बहुत प्रसन्नचित थे। कहा जीवन की अंतिम आस पूरी हो रही है। जीवन बचा रहा तो अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम का दर्शन करेंगे लेकिन यह हसरत अधूरी रह गई। यह बात बाबा के पौत्र राजू दास ने जागरण से बातचीत में कही। बताया जमुना बाबा राममंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं। तबीयत खराब थी फिर भी 5 अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने की बेला में उल्लास में थे। शयन मुद्रा में ही रामनाम का रट लगाए हुए थे। सबसे कहते थे किसी जन्म का पुण्य कर्म था जो शांता देवी के चरणों मे सेवा का मौका मिला। शांता देवी भगवान श्रीराम की बहन और श्रृषि ऋंगी की पत्नी थी। त्रेतायुग में भगवान के प्राकट्य के लिए बहन ने जंगल मे कठोर तपस्या की थी तो श्रृषि ऋंगी ने मखौड़ा में राजा दशरथ और तीनों रानियों के साथ पुत्रेष्टि यज्ञ किया था। बहरहाल 90 साल की उम्र में बाबा ने शुक्रवार को अंतिम सांस ली। बड़े पौत्र लालजी पांडेय ने मखौड़ा धाम में मनोरमा नदी के तट पर विधि विधान पूर्वक अंतिम संस्कार किया। इस मौके पर राजू पांडेय,गगन,मगन,चंद्रिका,श्रीनारायण,केदारनाथ,दिनेश व कृष्ण नाथ के साथ ही मंदिर के अन्य पुजारी और श्रद्धालु उपस्थित रहे। इससे पहले सुबह निधन की खबर लगते ही उनका अंतिम दर्शन करने वालों का तांता लग गया। सबने नम आंखों से याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।

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