गोरखपुर में महिलाओं की आत्मनिर्भरता में लापरवाही का रोड़ा, स्वयं सहायता समूहों को बचत कराने में पीछे हैं जिम्मेदार
गोरखपुर जिले के अधिकतर ब्लाकों के जिम्मेदार स्वयं सहायता समूहों को बचत कराने में पीछे हैं। जिलाधिकारी द्वारा दिए गए लक्ष्य को कोई भी ब्लाक पूरा नहीं कर सका है। ऐसे में इन समूहों की बचत बढ़ाने के लिए अब बीडीओ को जिम्मेदारी दी गई है।
गोरखपुर, उमेश पाठक। गोरखपुर जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन ब्लाक व ग्राम स्तर के कर्मियों की लापरवाही ही इन महिलाओं की आत्मनिर्भरता की राह में रोड़ा बन रही है। जिलाधिकारी ने हर ग्राम पंचायत की दो स्वयं सहायता समूहों की औसत बचत 50 हजार करने का लक्ष्य रखा था लेकिन कोई ब्लाक इस लक्ष्य को पूरा नहीं कर सका है। समूहों की जितनी ही बचत होती है, बैंक से उन्हें उसी मात्रा में ऋण भी मिलता है और उस ऋण से महिलाएं उत्पादन इकाई स्थापित करती हैं। इन समूहों की बचत बढ़ाने के लिए अब खंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) को जिम्मेदारी दी गई है।
जिले की सभी 1294 ग्राम पंचायतों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित दो-दो स्वयं सहायता समूहों को सक्रिय करने का लक्ष्य रखा गया था। इन समूहों की महिलाओं के लिए मनरेगा एवं अन्य सेवाओं से जोड़कर आय का मार्ग प्रशस्त किया गया। इसके साथ ही उनकी बचत कराने पर भी जोर दिया गया। हर समूह की औसत बचत 50 हजार रुपये करनी थी। समूह की बचत के 10 गुना के बराबर ऋण बैंक से मिलता है। लेकिन सभी ब्लाक लक्ष्य तक पहुंचने में नाकामयाब रहे। 12 ब्लाकों में औसत बचत 30 हजार रुपये से भी कम है। इसके लिए बीडीओ द्वारा नियमित निगरानी न करने, ब्लाक मिशन मैनेजर (बीएमएम) व सचिव द्वारा बैठकों में प्रतिभाग न करने को कारण माना गया।
यहां औसत बचल 30 हजार से भी है कम: गगहा, बांसगांव, पिपरौली, खोराबार, कैंपियरगंज, कौड़ीराम, गोला, चरगांवा, बड़हलगंज, खजनी, जंगल कौड़िया एवं उरुवा में औसत बचत 30 हजार रुपये से भी कम है। यहां के बीडीओ को कठोर चेतावनी दी गई है और स्वयं समूह की बैठकों में जाने का निर्देश दिया गया है। जल्द ही समूह की औसत बचत 50 हजार करनी होगी। बैठक में भाग न लेने वाले सचिव व बीएमएम पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
इस ब्लाक में है इतनी औसत बचत
ब्लाक चयनित समूह समूह की औसत बचत
गगहा 113 13549
बांसगांव 138 14043
पिपरौली 116 15397
खोराबार 81 19284
कैंपियरगंज 135 19652
कौड़ीराम 128 19711
गोला 128 21516
चरगांवा 70 22500
बड़हलगंज 128 22820
खजनी 162 23012
बेलघाट 166 24596
जं. कौड़िया 170 27994
उरुवा 190 29053
भटहट 128 32313
सहजनवा 128 33383
बह्मपुर 123 39390
सरदारनगर 106 40830
पाली 134 42716
पिपराइच 126 48619
जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों की औसत बचत 50 हजार रुपये करने का निर्देश दिया गया है। इससे वित्तपोषण में मदद मिलती है। कई ब्लाकों की प्रगति निराशाजनक है। वहां अधिकारियों एवं कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है। सभी चयनित समूहों की बचत 50 हजार तक पहुंचायी जाएगी।