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बिजली चोरी की पोल खोल रहे मीटर, डेढ़ हजार से ज्यादा बिजली मीटर मिल चुके हैं स्लो Gorakhpur News

गोरखपुर के सफेदपोशों की चोरी का पोल बिजली के मीटर खोल रहे हैं। डेढ़ हजार से ज्यादा घरों के बिजली मीटर जांच में स्लो मिले हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 26 Dec 2019 10:00 AM (IST)Updated: Thu, 26 Dec 2019 01:09 PM (IST)
बिजली चोरी की पोल खोल रहे मीटर, डेढ़ हजार से ज्यादा बिजली मीटर मिल चुके हैं स्लो Gorakhpur News
बिजली चोरी की पोल खोल रहे मीटर, डेढ़ हजार से ज्यादा बिजली मीटर मिल चुके हैं स्लो Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। शहर के सफेदपोशों की चोरी का पोल बिजली के मीटर खोल रहे हैं। डेढ़ हजार से ज्यादा घरों के बिजली मीटर जांच में स्लो मिले हैं। यानी इन मीटरों में छेड़छाड़ कर इनको स्लो कराया गया है। इन मीटरों से जुड़े उपभोक्ता कई बार बुलाने के बाद भी बिजली निगम के अफसरों के सामने नहीं जा रहे हैं। अब बिजली निगम ने ऐसे उपभोक्ताओं को 10 दिन की अंतिम मोहलत दे रहा है। इस अवधि में यदि उपभोक्ता नहीं आए तो निगम मीटर की सील तोड़कर चोरी के तरीके का पता लगाएगा और उपभोक्ता पर एफआइआर कराएगा।

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लगाए जा रहे हैं स्‍मार्ट मीटर

शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। जहां स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं वहां से पुराने मीटर निकालकर बिजली निगम के परीक्षण खंड में भेजे जा रहे हैं। परीक्षण खंड इन मीटरों की जांच कर रहा है। जांच में डेढ़ हजार से ज्यादा मीटर ऐसे मिले हैं जिनको ज्यादा करंट देने के बाद भी यह कम करंट बता रहे हैं। यानी इन मीटरों में किसी ने किसी तरीके से छेड़छाड़ किया गया है। इस कारण कारण यह मीटर स्लो चलते हैं। परीक्षण खंड के बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि मान लीजिए कि एक मीटर पर पांच एम्पियर का लोड दिया गयाï, लेकिन मीटर में शो कर रहा है दो से तीन एम्पियर। यानी मीटर को स्लो किया गया है।

शंट लगाकर सबसे ज्यादा स्लो किए मीटर

बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि अब तक की जांच में सबसे ज्यादा मीटर शंट लगाकर स्लो मिले हैं। इसमें एक आइसी का इस्तेमाल किया जाता है।

अब उपभोक्ता के सामने सील हो रहे मीटर

स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत हुई तो बिजली कर्मी पुराना मीटर बिना उपभोक्ताओं का हस्ताक्षर कराए सील कर परीक्षण खंड भेजने लगे। बाद में अफसरों को जानकारी हुई तो उन्होंने सील मीटर पर उपभोक्ताओं का हस्ताक्षर कराना शुरू किया। इन उपभोक्ताओं से एक सप्ताह में परीक्षण खंड पहुंचने को कहा गया। नियम है कि उपभोक्ता के सामने मीटर की सील तोड़ी जाए। यदि मीटर में कोई शंट लगा है तो उपभोक्ता को दिखाया जाएगा। इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होती है।

डेढ़ हजार से ज्यादा मीटर संदिग्ध मिले हैं। उपभोक्ता नहीं आए हैं। अब इन्हें नोटिस दिया जा रहा है। 10 दिन में नहीं आए तो मीटर की सील तोड़कर जांच की जाएगी। यदि शंट मिलेगा तो बिजली चोरी की एफआइआर कराई जाएगी। - इंद्राज यादव, अधिशासी अभियंता, परीक्षण खंड


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