बिजली विभाग की नई व्यवस्था, WhatsApp ग्रुप पर पता चलेगा कहां कटी है बिजली
गोरखपुर में बिजली आपूर्ति पर अब जनप्रतिनिधियों की भी नजर रहेगी। जनप्रतिनिधि कटौती पर तत्काल बिजली निगम के अफसरों से बात भी कर सकेंगे। समस्या की वजह और उसके निदान के रास्ते भी तलाशे जाएंगे। इसके लिए बिजली विभाग ने WhatsApp ग्रुप बनाया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की ट्रिपिंग, बिना सूचना कटौती पर अब जनप्रतिनिधियों की भी नजर रहेगी। जनप्रतिनिधि कटौती पर तत्काल बिजली निगम के अफसरों से बात भी कर सकेंगे। समस्या की वजह और उसके निदान के रास्ते भी तलाशे जाएंगे।
गोरखपुर को 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति का है निर्देश
गोरखपुर को 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति का निर्देश है लेकिन सभी इलाकों में रोजाना किसी न किसी समय कटौती जरूर होती है। कहीं पूरे दिन बिजली आती-जाती रहती है तो कहीं बिना सूचना घंटों कटौती कर दी जाती है। बिजली निगम के उपकेंद्र पर फोन करने पर कर्मचारी सही जवाब नहीं देते और अवर अभियंता व उपखंड अधिकारी उपभोक्ताओं की काल रिसीव नहीं करते। बिजली कटने की जानकारी के लिए फोन करने पर उपभोक्ताओं को सही जानकारी न दिए जाने की लगातार शिकायत होती रहती है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी के निर्देश पर बना वाट्सएप ग्रुप
इसे देखते हुए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने वाट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं। अधिशासी अभियंताओं से कहा गया है कि वह वाट्सएप ग्रुप में इलाके के जनप्रतिनिधियों और उपखंड अधिकारी, अवर अभियंता को शामिल करें। साथ ही सभ्रांत नागरिकों को भी ग्रुप में रखें। बिजली कटौती से जुड़ी जानकारी ग्रुप पर आते ही वहीं समस्या के बारे में जानकारी दी जाए। साथ ही बताया जाए कि बिजली आपूर्ति कितनी देर में बहाल हो जाएगी।
जनप्रतिनिधि देंगे सुझाव
एमडी ने कहा कि बिजली निगम के अफसर कटौती दूर करने और बिजली से जुड़ी दिक्कतों के समाधान के लिए ग्रुप पर ही जनप्रतिनिधियों से सुझाव भी मांग सकते हैं। सुझाव के आधार पर प्रस्ताव बनाकर इसे स्वीकृति के लिए अफसरों के संज्ञान में ले आया जाए। बिजली की निर्बाध आपूर्ति में कोई भी व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सभी अधिशासी अभियंता वाट्सएप ग्रुप बनाकर ग्राम प्रधानों के साथ ही इलाके के जनप्रतिनिधियों को जोड़ रहे हैं। ग्रुप में कटौती और बिजली से जुड़ी दिक्कतों की सूचना मिलते ही कार्रवाई कर इसकी जानकारी देनी होगी। - राजीव चतुर्वेदी, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण।