ट्यूबवेल संचालकों पर बिजली विभाग का 38 करोड़ बकाया, होगी वसूली Gorakhpur News
गोरखपुर जोन के अंतर्गत आने वाले गोरखपुर देवरिया महराजगंज एवं कुशीनगर जिलों में करीब 5200 ट्यूबवेल हैं जिनमें से कई ने अपना कनेक्शन कटवा लिया है।
गोरखपुर,जेएनएन। बिजली निगम निजी ट्यूबवेल संचालकों से भी बकाया वसूलेगा। सरकार की ओर से ब्याज माफी के लिए शुरू की गई किसान आसान किस्त योजना के तहत ऐसे ट्यूबवेल की सूची तैयार की गई है, जिनपर बिल बकाया है। फिलहाल उन्हें योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बाद में निगम की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
इन चार जिलों में करीब 5200 ट्यूबवेल
गोरखपुर जोन के अंतर्गत आने वाले गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज एवं कुशीनगर जिलों में करीब 5200 ट्यूबवेल हैं, जिनमें से कई ने अपना कनेक्शन कटवा लिया है। करीब 3600 लोगों के कनेक्शन अभी चालू हालत में हैं लेकिन उनका बिल बकाया है। शहर क्षेत्र में स्थित कई ट्यूबवेल पूरी तरह से बंद हो चुके हैं।
110 लोगों ने कराए पंजीकरण
किसान आसान किस्त योजना एक फरवरी से प्रभावी है। इसके तहत 29 फरवरी तक पंजीकरण कराकर लाभ लेने का मौका मिलेगा। इसमें किसानों को ब्याज में राहत देकर किस्तों में भुगतान की सुविधा मिलेगी। पर, लोग इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं। 11 फरवरी तक केवल 110 लोगों ने ही पूरे जोन में पंजीकरण कराया था।
किसानों को किया जा रहा जागरूक
इस संबंध में मुख्य अभियंता देवेन्द्र सिंह का कहना है कि गोरखपुर जोन में करीब 3600 लोगों से ट्यूबवेल का बकाया वसूलना है। उम्मीद है कि 38 करोड़ रुपये का राजस्व निगम को प्राप्त हो सकेगा। किसानों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है।
82 उपभोक्ताओं की काटी गई बिजली
नगरीय विद्युत वितरण खंड द्वितीय बक्शीपुर के अधिशासी अभियंता वाइएन राम के निर्देश पर गुरुवार को विजिलेंस एवं बक्शीपुर खंड की टीम ने विकास नगर में संयुक्त रूप से छापा मारा, जिसमें चार उपभोक्ताओं के मीटर में छेड़छाड़ मिली। उनपर बिजली चोरी की धारा में मुकदमा दर्ज कराया गया है। बकाये में 82 उपभोक्ताओं की बिजली काट दी गई।
उपभोक्ताओं के मीटर को उनके या उनके प्रतिनिधि के सामने तोड़ा गया। सभी मीटर में शंट लगा था। 82 ऐसे बकायेदार, जिन्होंने नोटिस मिलने के बाद भी न तो बकाया जमा किया और न ही आसान किस्त योजना में पंजीकरण कराया, के कनेक्शन काट दिए गए। मीटर के साथ छेड़छाड़ किए गए छह मामलों में उपभोक्ताओं ने लिखित रूप में गलती स्वीकार की है। उनसे राजस्व वसूल कर मीटर बदल दिया गया। अधिशासी अभियंता वाइएन राम ने बताया कि अभियान जारी रहेगा।