गोरखपुर, जागरण संवाददाता। आने वाले दिनों में मंडल के सभी उपकेंद्रों में बिजली बिल का भुगतान किया जा सकेगा। बिजली निगम ने मंडल के 185 में से 122 उपकेंद्रों के लिए अत्याधुनिक कम्प्यूटर, प्रिंटर और अन्य जरूरी उपकरण मुहैया करा दिए हैं। कई उपकेंद्रों पर पहले से ही बिजली बिल जमा करने की सुविधा उपलब्ध है।
उपभोक्ताओं को घर के पास बिजली भुगतान की सुविधा
मंडल में 22 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता हैं। इन उपभोक्ताओं को उनके घर के पास बिजली बिल के भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बिल सुधार, नाम में सुधार आदि कार्य उपकेंद्र पर ही हो जाएंगे। अभी इसके लिए उपखंड अधिकारी या खंड कार्यालय पर जाना पड़ता है। मुख्य अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि उपकेंद्रों पर उपभोक्ताओं से जुड़ी सभी समस्याओं के समाधान की तैयारी चल रही है। उपभोक्ता हित में सभी कार्य कराए जा रहे हैं।
वाणिज्यिक केंद्र बनेंगे सभी उपकेंद्र
बिजली निगम की मंशा सभी उपकेंद्रों को वाणिज्यिक केंद्र बनाने की है। बिजली बिल जमा करने के साथ ही इन्हीं उपकेंद्रों पर उपभोक्ताओं से जुड़ी समस्याओं का निराकरण भी होगा। उपकेंद्रों को इंटरनेट की सुविधा भी दी जा रही है।
ऐसे मिले कम्प्यूटर
अत्याधुनिक सुविधा और वेबकैम से लैस 44 कम्प्यूटर गोरखपुर जिले को मिले हैं। महराजगंज को 22, देवरिया को 34 और कुशीनगर को 22 कम्प्यूटर मिले हैं। कम्प्यूटर के साथ ही प्रिंटर भी दिया गया है।
रुस्तमपुर को मिल रहा था 31 हजार वोल्ट, निदेशक नाराज
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन (डायरेक्टर पीएंडए) व गोरखपुर के नोडल अधिकारी शेष कुमार बघेल ने रविवार को शहर के उपकेंद्रों का निरीक्षण किया। रुस्तमपुर उपकेंद्र में उपभोक्ता ने लो वोल्टेज की समस्या बताई तो निदेशक पीएंडए ने तत्काल वोल्टेज की उपलब्धता की जानकारी देने को कहा। पता चला कि 33 हजार की जगह सिर्फ 31 हजार वोल्ट मिल रहा है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने बरहुआ पारेषण उपकेंद्र के अफसरों से बात भी की। गोरखनाथ क्षेत्र के इंडस्ट्रियल इस्टेट उपकेंद्र के निरीक्षण में सब कुछ ठीक मिला। गोरखपुर पहुंचे निदेशक पीएंडए ने मोहद्दीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के सभागार में बिजली निगम के अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि बिजली बिलों की गड़बड़ी को हर हाल में जल्द से जल्द दुरुस्त कराकर बिल जमा कराएं। जो मीटर गलत बिल बना रहा है उसे चिह्नित कर कार्रवाई करें। 15 दिन बाद भी गोरखपुर की समीक्षा की जाएगी।
प्राथमिकता के आधार पर करें समस्याओं का समाधान
शेष कुमार बघेल ने अभियंताओं से कहा कि वह प्राथमिकता के आधार पर उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान कराएं। बिजली निगम की योजनाएं, उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि, ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि आदि कार्य लगातार हों ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति मिलती रहे। कहा कि सबसे ज्यादा जिम्मेदारी अवर अभियंता और उपखंड अधिकारियों की है। जिन उपकरणों की आवश्यकता हो उसकी सूची दें। उन्होंने शहर में रिंगमेन व्यवस्था को और प्रभावी बनाने को कहा। कहा कि व्यवस्था ऐसी हो कि एक लाइन से आपूर्ति ठप हो तो दूसरी से तत्काल आपूर्ति दी जाए।