नगर निगम और जलकल की तरफ से नहीं हो रहा बिजली बिल का सत्यापन
शहर में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नगर निगम के जिम्मे है। इसी तरह ट्यूबवेल संचालन का जिम्मा जलकल का है। स्ट्रीट लाइट और ट्यूबवेल संचालित होने में बिजली खपत का बिल इन विभागों के अफसरों को सत्यापित करना होता है।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम के अफसरों की सुस्ती बिजली निगम के अफसरों पर भारी पड़ रही है। स्ट्रीट लाइट और ट्यूबवेल चलाने में होने वाले बिजली खपत का बिल सत्यापित न हो पाने के कारण बिजली निगम के पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं हो पा रहा है। डाटा अपलोड न होने के कारण बिजली बिल का भुगतान नहीं हो पा रहा है। बिजली निगम ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर बिल सत्यापन कराने का अनुरोध किया है।
शहर में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नगर निगम के जिम्मे है। इसी तरह ट्यूबवेल संचालन का जिम्मा जलकल का है। स्ट्रीट लाइट और ट्यूबवेल संचालित होने में बिजली खपत का बिल इन विभागों के अफसरों को सत्यापित करना होता है। बिल सत्यापित होने के बाद इसे बिजली निगम के पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। पोर्टल पर अपलोड होने के बाद बिजली निगम नगर निकाय निदेशालय को पत्र लिखकर बिल भुगतान को कहता है। पांच महीने से ज्यादा समय से बिल का सत्यापन न होने से भुगतान नहीं हो पा रहा है। इससे बिजली निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है। नगरीय विद्युत वितरण खंड द्वितीय बक्शीपुर में ट्यूबवेल को बिल का 10 महीने से सत्यापन ही नहीं हुआ है।
इतने महीने से सत्यापित नहीं हो रहा बिल
खंड जलकल पथ प्रकाश
टाउनहाल 06 06
बक्शीपुर 10 06
मोहद्दीपुर 08 06
राप्तीनगर 05 06
प्रबंध निदेशक ने जताई नाराजगी, मांगा स्पष्टीकरण
बिल सत्यापन में देर होने पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डा. सरोज कुमार ने नाराजगी जताई है। उन्होंने अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा से स्पष्टीकरण मांगा है। अधीक्षण अभियंता यूसी वर्मा का कहना है कि नगर निगम के अफसरों से कई बार बिल सत्यापन का अनुरोध किया गया है। पथ प्रकाश और जल आपूर्ति आवश्यक सेवा होने के कारण बिजली निगम कनेक्शन भी नहीं काटना चाहता है। प्रबंध निदेशक ने स्पष्टीकरण मांगा है। नगर आयुक्त को पत्र लिखकर बिल सत्यापन कराने का फिर से अनुरोध किया गया है।