गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बस का एक और रूट बढ़ा, अब शहर के बाहरी हिस्से तक चलेगी बस
गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बसों का रूट बढ़ा दिया गया है। शहर के मेडिकल रोड सोनौली रोड और एयरपोर्ट तक चलने के बाद अब शहर के बाहरी हिस्से सहजनवां तक बसें चलाने का निर्णय नगर निगम ने लिया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महानगर में संचालित हो रहीं इलेक्ट्रिक बसों का संचालन जल्द ही सहजनवा तक भी किया जाएगा। नौसढ़ तक जाने वाली बस को सहजनवा तक बढ़ाने की तैयारी है। इसके साथ ही 23 जनवरी को आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) में शामिल होने आने वाले अभ्यर्थियों से किराया नहीं लिया जाएगा। वे प्रवेश पत्र दिखाकर बस में यात्रा कर सकेंगे। नगर निगम में नगर आयुक्त की अध्यक्षता में संपन्न इलेक्ट्रिक बस एवं इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के संचालकों की बैठक में ये निर्णय लिए गए।
यूपी टीईटी के अभ्यर्थियों का इलेक्ट्रिक बसों में नहीं लगेगा किराया
नगर आयुक्त ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों में यूपी टीईटी के अभ्यर्थी अपना प्रवेश पत्र दिखाकर यात्रा कर सकेंगे। बैठक में इलेक्ट्रिक बस में आनलाइन किराए को लेकर भी चर्चा की गई। नगर आयुक्त ने संचालक फर्म को आनलाइन किराया लेने का निर्देश दिया। फर्म की ओर से बताया गया कि जल्द ही आनलाइन किराया और मासिक टिकट की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। समीक्षा के दौरान इलेक्ट्रिक बसों से रोज होने वाली आय भी संतोषजनक पाई गई। बताया गया कि 15 बसों से रोज 70 से 90 हजार रुपये की कमाई हो रही है। इसके साथ ही निर्धारित तीन रूटों के अलावा अन्य प्रमुख स्थानों पर भी इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को लेकर चर्चा की गई। नौसढ़ से सहजनवा मार्ग प्रमुख है। इसके साथ ही नौका विहार होते हुए चिड़ियाघर तक इलेक्ट्रिक बस चलाने पर भी चर्चा हुई। बैठक में आरटीओ अनीता सिंह, नगर निगम के मुख्य अभियंता सुरेश चंद आदि उपस्थित रहे।
50 हजार से अधिक के बकायेदारों की बनेगी सूची
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने गृह कर वसूली और दुकानों के किराये को लेकर बैठक की। उन्होंने 50 हजार से अधिक बकाया वाले दुकानों की सूची तलब की है। इसके साथ ही कर निरीक्षकों को लक्ष्य भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि 50 हजार रुपये से अधिक के बकाएदारों की सूची बनाई जाए। उन्होंने रेंट विभाग के कर्मचारियों को 31 मार्च तक पांच लाख तक वसूली का लक्ष्य दिया है।