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फिंगरप्रिंट का क्लोन बनाकर ढाई करोड़ की ठगी करने वाले अधिवक्‍ता समेत आठ जालसाज गिरफ्तार

अधिवक्ता उपेंद्र रजिस्ट्री दफ्तर से नकल के माध्यम से अंगूठे का निशान और आधार कार्ड नंबर हासिल करता था और फिर गैंग के लोग मिलकर ग्राहक सेवा केंद्र से रुपये फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देते थे फिर एटीएम की मदद से उसे निकाल भी लेते थे।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 05:29 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 05:29 PM (IST)
फिंगरप्रिंट का क्लोन बनाकर ढाई करोड़ की ठगी करने वाले अधिवक्‍ता समेत आठ जालसाज  गिरफ्तार
जालसाजों की गिरफतारी के बारे में जानकारी देते एसएसपी।

गोरखपुर, जेएनएन। क्लोन की मदद से अंगूठे का निशान तैयार कर ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से करीब ढाई करोड़ रुपये की जालसाजी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने अधिवक्ता समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों सदस्यों की तलाश चल रही है ।गिरफ्तार आरोपितों के पास से भारी मात्रा में क्लोन के निशान, पंद्रह सौ से ज्यादा आधार कार्ड नंबर और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

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यहां के निवासी हैं जालसाज

आरोपितों की पहचान पीएसी कैंप बिछिया निवासी कृष्ण नंदन पांडेय, पादरी बाजार निवासी जय शंकर यादव, शाहपुर के चरगांवा निवासी नरेंद्र रंजन, खजनी के भगवानपुर निवासी अधिवक्ता सुधीर कुमार पासवान, खलीलाबाद निवासी मनोज कुमार यादव, कुशीनगर के अहिरौली थाना क्षेत्र के मुंडेरालाला निवासी निवासी सदानंद श्रीवास्तव, नंदानगर निवासी उपेंद्र सिंह और बिछिया निवासी लल्ला कुमार सिंह के रूप में हुई है।

एसएसपी जोगिंदर कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि रामगढ़ताल इलाके के सुनील कुमार सिंह के खाते से बीस हजार रुपये की जालसाजी की शिकायत पुलिस के पास आई थी। इसमें ग्राहक सेवा केंद्र से रुपये निकाले गए थे। जिसमें ग्राहक सेवा केंद्र से 20000 की जालसाजी की गई थी पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि इसके पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। लल्ला सिंह ने फर्जी ग्राहक सेवा केंद्र खोल लिया था और फिर उसी आईडी का इस्तेमाल कर फ्रॉड किया जा रहा था।

अधिवक्‍ता उपेंद्र पासवान लेता था अंगूठे का निशान

अधिवक्ता उपेंद्र रजिस्ट्री दफ्तर से नकल के माध्यम से अंगूठे का निशान और आधार कार्ड नंबर हासिल करता था और फिर गैंग के लोग मिलकर ग्राहक सेवा केंद्र से रुपये फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देते थे फिर एटीएम की मदद से उसे निकाल भी लेते थे। पुलिस ने 775 फिंगरप्रिंट, 4 बायोमैट्रिक डिवाइस, 9 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, 12 सिम कार्ड, 10 मोबाइल, 135 रजिस्ट्री पेपर, 1574 आधार कार्ड डाटा, एक लैपटॉप, दो चार पहिया वाहन, 44800 नगद, एक प्रिंटर और एक स्कैनर बरामद किया है। इनके दो साथी फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस टीम लगी है। ऐसी स्त्री ने बताया कि गिरफ्तारी करने वाली टीम को 50000 का इनाम दिया गया है।


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