Coronavirus Lockdown : कोरोना के खौफ से गुम हुई शहनाई की गूंज, तीन हजार शादियां टलीं Gorakhpur News
Coronavirus Lockdown कोरोना वायरस सिर्फ जिंदगियां नहीं निगल रहा बल्कि वह भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों की राह में भी रोड़ा बना हुआ है।
गजाधर द्विवेदी, गोरखपुर। Coronavirus Lockdown : चीन के वुहान से चला कोरोना सिर्फ जिंदगियां नहीं निगल रहा, बल्कि वह भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों की राह में भी रोड़ा बना हुआ है। कोरोना से जंग जीतने के लिए जरूरी है कि भीड़ एकत्र न हो। विवाह समारोहों में भीड़ से बचा नहीं जा सकता, इसलिए पूरे शहर में केवल अप्रैल व मई में होने वाले तीन हजार से अधिक विवाह समारोह स्थगित कर दिए गए हैं। इससे लोगों के अरमानों पर पानी फिर ही रहा है, व्यापारिक प्रतिष्ठान, वाहन स्वामी, बैंड बाजा, मैरिज हाल व कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े हजारों लोगों को जबरदस्त झटका लगा है। अब कुछ जून तो ज्यादातर लोग नवंबर-दिसंबर में तिथि तय करने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि नवंबर-दिसंबर में भी विवाह की तिथियां कम ही हैं।
यज्ञोपवीत व मुंडन संस्कार भी स्थगित
14 अप्रैल को खरमास खत्म होने के बाद लग्न मुहुर्त शुरू होगा। तय शादियों के लिए मैरिज हाल, टेंट, कैटरिंग, बैंडबाजा आदि की बुकिंग पहले ही हो चुकी थी। लॉकडाउन के चलते तिथियां टलने लगीं। अप्रैल व मई की सभी बुकिंग निरस्त कर दी गई हैं। शादी, यज्ञोपवीत व मुंडन संस्कार सभी स्थगित हो गए हैं। जून में शादी से ज्यादातर लोग परहेज कर रहे हैं। नवंबर में केवल 26, 29 व 30 तारीख को लग्न मुहुर्त है। इसके बाद दिसंबर में भी 15 तारीख तक पांच लग्न मुहुर्त रात में हैं। 15 के बाद खरमास शुरू हो जाएगा।
एक जुलाई से बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य
30 जून तक विवाह के लग्न मुहुर्त हैं। एक जुलाई को आषाढ़ शुक्ल एकादशी (हरिशयनी एकादशी) है। इस दिन भगवान क्षीरसागर में शयन के लिए चले जाते हैं और पुन: कार्तिक शुक्ल एकादशी (देवोत्थान एकादशी) के दिन जागते हैं, जो 25 नवंबर को है। इन चार महीनों में कोई मांगलिक कार्य नहीं होते हैं।
अप्रैल व मई में आयोजित लगभग समस्त विवाह, तिलक, यज्ञोपवीत व मुंडन समारोह स्थगित कर दिए गए हैं। लोग अभी नई तिथि तय नहीं कर रहे हैं। - पं.शरद चंद्र मिश्रा, धर्माचार्य
यजमानों के सामने अनिश्चितता की स्थिति है। वे जून में भी तिथि तय नहीं करना चाहते। ज्यादातर लोग अब नवंबर-दिसंबर में विचार कर रहे हैं। - पं.जोखन पांडेय शास्त्री, धर्माचार्य
शहर में अप्रैल-मई में मैरिज हालों में तीन हजार से अधिक शादियां बुक थीं। सभी निरस्त कर दी गई हैं। खर्च पहले जैसे हैं, आय शून्य हो गई है। - एसए रहमान, अध्यक्ष, मैरिज हाउस एसोसिएशन
बुकिंग लगातार निरस्त हो रही हैं। हमें एडवांस वापस करना पड़ेगा। जिन्हें हम एडवांस दिए हैं, उनसे हम ले नहीं सकते। नुकसान बहुत हुआ। - अतुल श्रीवास्तव, संरक्षक, मैरिज हाउस एसोसिएशन
पूरा धंधा चौपट हो गया है। कोई दूसरा धंधा है नहीं, वर्ष में चार माह की ही कमाई है। इस बार वह भी मारी गई। खर्च साल भर का है। - अनिल जायसवाल, संचालक, बैंड बाजा कंपनी
अप्रैल-मई में मेरे यहां 26 बुकिंग थी। सभी निरस्त हो गई हैं। खर्च तो पहले जैसा ही है। आय बंद है। अब नवंबर से पहले कोई उम्मीद नहीं है। - संजीव गुप्ता मुन्ना, संचालक, बैंड बाजा कंपनी
कुल नौ बुकिंग थीं, सभी निरस्त हो गई हैं। अनिश्चितता की स्थिति है। कर्मचारियों की पगार देनी है और कमाई कुछ हो नहीं पा रही है। - जेके श्रीवास्तव, कैटरर्स
लग्न हमारे लिए कमाई का सीजन होता है। इस दौरान जो आय होती है, उसी से साल भर खर्च चलता है। इस बार आय की कोई उम्मीद ही नहीं है। - सुनील मेहता, कैटरर्स
पुत्र आकाश प्रताप का विवाह 26 अप्रैल को वाराणसी में अनिल रघुवंशी की पुत्री से तय था, लेकिन लॉकडाउन के चलते स्थगित कर दिया। - अरविंद प्रताप सिंह, अमहिया, झंगहा
पुत्र सत्यप्रकाश का विवाह बांसगांव के मुराली सिंह की पुत्री से 20 अप्रैल को होना था, जो स्थगित कर दिया गया। हम सरकार के साथ हैं। - शिव प्रताप शाही, खजुरी बाबू, गगहा
पूरा धंधा चौपट हो गया। पूरे महानगर में हर टेंट हाउस में लगभग 10 से 12 बुकिंग निरस्त हुई है। मई तक अब कोई उम्मीद नहीं दिख रही। - विजय खेमका, अध्यक्ष, टेंट हाउस एसोसिएशन
मार्च में भी बहुत नुकसान हुआ। खरमास में भी अन्य धर्मों की शादियों के लिए बुकिंग थी। सब निरस्त हो गईं। दो माह अभी कोई उम्मीद नहीं है। - आरपी श्रीवास्तव, टेंट हाउस मालिक
विवाह मुहूर्त
अप्रैल : 14, 15, 20, 21, 22, 25, 26, 27।
मई : 1, 2, 4, 5, 6, 7, 8, 10, 12, 17, 18, 19, 23, 24, 30।
जून : 13, 14, 15, 19, 20, 21 25, 26 27, 28, 30।
सभी तरह के धार्मिक कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देश दिए गए हैं। यही कारण है कि न्यूनतम आयोजन करने की अपील की जा रही है। अभी तक वैवाहिक कार्यक्रम के लिए किसी ने आवेदन नहीं किया है फिर भी बारात निकालने की किसी को अनुमति नहीं रहेगी। सभी प्रकार के कार्यों में सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। - राजेश सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व।