आस्था के सैलाब में डूबी वशिष्ठ व राम की नगरी Gorakhpur News
गुरु वशिष्ठ की धरती बस्ती व भगवान राम की नगरी अयोध्या शिव भक्तों की आस्था के सैलाब में डूबी है। अयोध्या से लेकर बस्ती तक कांवड़ यात्रियों के आने व जाने का सिलसिला लगातार चल रहा है।
बस्ती, जेएनएन। गुरु वशिष्ठ की धरती बस्ती व भगवान राम की नगरी अयोध्या शिव भक्तों की आस्था के सैलाब में डूबी है। अयोध्या से लेकर बस्ती तक कांवड़ यात्रियों के आने व जाने का सिलसिला लगातार चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन ठप होने के बाद से सिर्फ कांवड़ यात्रियों का ही जत्था निकल रहा है। हर तरफ बोल बम के घोष सुनाई दे रहे हैं। एक ओर जहां पैदल यात्री कांधे पर आस्था का जल लेकर लौट रहे हैं वहीं बाइक सवार दो तीन की संख्या में अयोध्या की ओर कूच करने लगे हैं।
ट्रैक्टर-ट्राली पर डीजे बांध कर नाचते गाते चलने वालों की तो बात ही निराली है। हर कोई शिव भक्ति की मस्ती में डूबा हुआ है। अयोध्या से लौटने वाले श्रद्धालु मखौड़ा धाम में पवित्र मनोरमा नदी में स्नान कर आगे की यात्रा कर रहे हैं। पांव में छाले, चलने से जवाब दे रहे पैर जहां शिवभक्तों की परीक्षा ले रहे हैं वहीं आस्था उन्हें मंजिल की तरफ लगातार बढ़ने के हौसले दे रही है। भगवान शिव की भक्ति परीक्षा में शामिल होने को हर कोई आतुर है। जवान, बच्चे, महिलाएं सब एक दूसरे से आगे निकल जाना चाहते हैं। राह में न कोई अपना है न पराया। जत्था दर जत्था अयोध्या की ओर जा रहा है तो उसी अनुपात में लौट भी रहा है।
श्रद्धालु शनिवार से ही पवित्र सरयू तट से जल लेकर आना शुरू कर दिए थे। रविवार को यह सिलसिला और बढ़ गया। जो लोग कांवड़ यात्रा में शामिल नहीं हैं वह भी कांवड़ियों की सेवा कर खुद को पुण्य का भागीदार बना रहे हैं। शिव भक्ति का ऐसा अनूठा उदाहरण बहुत कम ही देखने को मिलता है। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह कैंप लगाकर शिव भक्तों की सेवा की जा रही है। जलपान, दवा, इलाज, भंडारा सबकुछ स्वप्रेरित ढंग से चल रहा है। भक्तों के लिए जगह-जगह विश्राम की व्यवस्था है।
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