यहां जीडीए में नहीं दाखिल हो रहे मानचित्र, परेशान हैं मकान बनवाने वाले, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
जीडीए के मुख्य अभियंता ई. संजय सिंह का कहना है कि नए सॉफ्टवेयर में कुछ समस्या होने की शिकायत आ रही है। इसपर काम चल रहा है। आवेदकों को कोई परेशानी नहीं होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) में मानचित्र पास कराने जाने वाले लोगों को भटकना पड़ रहा है। पिछले तीन दिनों से हाई रिस्क जोन के आवेदकों का मानचित्र दाखिल नहीं हो रहा। इसके पीछे नए सॉफ्टवेयर के अधूरा होने को कारण माना जा रहा है। मानचित्र न बन पाने के कारण गोरखपुर शहर में जरूरतमंद अपना मकान निर्माण नहीं करा पा रहे हैं।
पुराना साफ्टवेयर बंद
गोरखपुर विकास प्राधिकरण में पहले वेबसाइट पर मानचित्र के लिए आवेदन किया जाता था। कुछ दिन पहले नए सॉफ्टवेयर पर मानचित्र दाखिल करने के लिए नया सॉफ्टवेयर बनाया गया। नई वेबसाइट पर काम पूरा न होने के कारण लो रिस्क (ऐसे क्षेत्र जहां का ले आउट स्वीकृत है) एवं हाई रिस्क (वाणिज्यिक या ऐसे क्षेत्र जहां का ले आउट स्वीकृत नहीं है) जोन के मानचित्र पुरानी वेबसाइट पर भी दाखिल हो रहे थे। कंप्यूटर ही यह तय कर लेता था कि मानचित्र स्वीकृत होने लायक है या नहीं। जब तक दोनों वेबसाइट पर आवेदन मान्य था तब तक कोई दिक्कत नहीं आई लेकिन तीन दिन पहले पुराने सॉफ्टवेयर को शासन की ओर से बंद कर दिया गया। अब नए सॉफ्टवेयर पर ही निर्भरता हो गई।
नई व्यवस्था में परेशानी
नई व्यवस्था में लो एवं हाई रिस्क दोनों ही मामलों में परेशानी आ रही है। जीडीए सूत्रों का कहना है कि लो रिस्क जोन के मानचित्र तो दाखिल हो रहे हैं लेकिन हाई रिस्क जोन के मानचित्र सॉफ्टवेयर में कुछ कमी होने के कारण दाखिल नहीं हो पा रहे हैं। इसमें शासन स्तर से कुछ निर्देशों का इंतजार है। जानकारों के अनुसार सेटबैक से जुड़े कुछ तकनीकी कमियों के कारण हाई रिस्क जोन के मानचित्र स्वीकृत नहीं हो रहे। हाल ही में जीडीए उपाध्यक्ष सहित सभी अधिकारियों एवं संबंधित कर्मचारियों को नए सॉफ्टवेयर के संबंध में जानकारी दी गई थी।
आवेदकों को नहीं होगी परेशानी
इस संबंध में जीडीए के मुख्य अभियंता ई. संजय सिंह का कहना है कि नए सॉफ्टवेयर में कुछ समस्या होने की शिकायत आ रही है। इसपर काम चल रहा है। आवेदकों को कोई परेशानी नहीं होगी।