ड्रग विभाग का छापा, ऑक्सीटोसिन बरामद
कई दिनों से दुकानों की रेकी कर रहे खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने दुकानों पर छापा मारा और आक्सीटोसिन बरामद की।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कई दिनों से दुकानों की रेकी कर रहे खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अफसरों ने नौसड़ में पशु आहार की दुकान से 15 वायल ऑक्सीटोसिन बरामद की। एक वायल में 50 एमएल ऑक्सीटोसिन है। अफसरों ने सभी वायल जब्त कर जांच के लिए लखनऊ भेजा है।
गोरखपुर मंडल के औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी (डीएलए) प्रभात तिवारी के नेतृत्व में गठित टीम ने मंगलवार दोपहर बाद नौसड़ स्थित रामकिशुन के पशु आहार की दुकान पर छापा मारा। यहां पशु आहार के साथ ही आलू आदि की भी बिक्री हो रही थी। जांच में 15 वायल ऑक्सीटोसिन बरामद हुई। इसके बाद टीम भटहट स्थित श्याम मेडिकल स्टोर पहुंची। यहां बिना बिल एल्प्राजोलाम टेबलेट व स्पास्मोप्रॉक्सीवान कैप्सूल मिली। दोनों दवाओं की बिक्री पर रोक के साथ ही टीम ने एनालजेसिक दवा के भी नमूने लिए। कमिश्नर के आदेश पर टीम में पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल प्रताप सिंह को भी शामिल किया गया था। ड्रग इंस्पेक्टर संदीप कुमार भी टीम में रहे। डीएलए ने बताया कि ऑक्सीटोसिन वायल केरैपर पर कुछ नहीं लिखा है। कहा कि हाइकोर्ट के आदेश के बाद अब तत्काल गिरफ्तारी नहीं हो सकती। मामला कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। पूछताछ में पता चला कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन खरीदने वालों में सबसे ज्यादा पशुपालक और किसान हैं। इसका प्रयोग सब्जियों को तेजी से बढ़ाने में भी किया जाता है। ऑक्सीटोसिन से हो सकती है एलर्जी
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अखिलेश कुमार सिंह का कहना है कि ऑक्सीटोसिन युक्त खाद्य पदार्थो के इस्तेमाल से एलर्जी हो सकती है। शरीर पर दाने निकलने के साथ ही चेहरे या जीभ पर सूजन और चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है। ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल प्रसव के दौरान भी किया जाता है।