Gorakhpur Festival: शो में दिखा विदेशी नस्ल के कुत्तों का जलवा, इशोर पर कर रहे थे कैटवाक
एक में छोटे व टाय ग्रुप के डाग ने कैटवाक किया तो दूसरी तरफ बुलडाग रिट्रीवर डाबरमैन जैसी ब्रीडों के डाग को लेकर आए उनके मालिकों व ट्रेनरों ने प्रदर्शन करवाया। डाग की समझदारी देख लोग तालियां बजाते हुए उनकी तारीफ करते रहे।
गोरखपुर, जेएनएन। तेज नजरें, नुकीले दांत और हर आहट पर चौकन्ना दिखने वाले दर्जनों ब्रीड के सैकड़ों डाग एक ही जगह नजर आए। मौका था तारामंडल स्थित महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित डाग शो का। गोरखपुर महोत्सव के पहले दिन आयोजित इस शो में विदेशी नस्ल के कुत्तों का जलवा रहा। शो में कई ऐसे ब्रीड के डाग नजर आए जिसे वहां मौजूद लोगों ने पहली बार देखा था।
निर्णायक मंडल ने ऐसे परखा
निर्णायक मंडल ने डाग को उनके चलने के अंदाज, नजरें, आंतरिक संरचना, साइज, दौडऩे, कूदने, मसल्स, छाती की बनावट और कलाइयों की मजबूती से परखा। एक में छोटे व टाय ग्रुप के डाग ने कैटवाक किया तो दूसरी तरफ बुलडाग, रिट्रीवर, डाबरमैन जैसी ब्रीडों के डाग को लेकर आए उनके मालिकों व ट्रेनरों ने प्रदर्शन करवाया। डाग की समझदारी देख लोग तालियां बजाते हुए उनकी तारीफ करते रहे। 150 से ज्यादा कुत्तों ने शो में हिस्सा लिया। मुख्य रूप से ग्रेड डेन, अफगान हाउंड, लैब्राडोर, स्पिट्ज, जर्मन शेफर्ड, बाक्सर, काकर स्पैनियल, इंग्लिश मास्टिफ, बीगल, सेंट बर्नार्ड, फ्रेंच मास्टिफ, बुल डाग, पग, गोल्डन रीट्राइवर, लासा, हस्की, राटविलर ने अपनी अदाओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
स्वामी के निर्देश पर चाल-ढाल का भी प्रदर्शन
एग्जिबीट नंबर के आधार पर कुत्तों ने अपने मालिक के निर्देश पर न सिर्फ वाक किया, बल्कि चाल-ढाल का प्रदर्शन भी किया। बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा के डाग कोको को अंडर गोल्डल रिट्राइवल श्रेणी में दूसरा पुरस्कार मिला। इसी क्रम में ग्रेड डेन ब्रीड के थार को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। करीब पांच घंटे चले शो को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग महंत दिग्विजयनाथ पार्क पहुंचे थे। बहुतों से प्रतियोगिता में शामिल हुए डाग के साथ सेल्फी भी ली।