गोरखपुर के जिला अस्पताल में कई विभाग चिकित्सकविहीन, जानें-कैसे चल रहा काम, Gorakhpur News
गोरखपुर के जिला अस्पताल में कई ऐसे महत्वपूर्ण विभाग हैं जहां पर डाक्टर ही नहीं है। चाहकर भी मरीजों को यहां पर नहीं दिखाया जा सकता है।
By Edited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 07:45 AM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 08:43 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के ग्रामीण अस्पतालों की बात तो दूर अपने जिला अस्पताल में ही ऐसे कई विभाग हैं जहां डाक्टर नहीं है। इससे न केवल मरीज भी परेशान हैं अपितु डाक्टर भी ऐसे मरीजों को लेकर परेशान हो जाते हैं जिस मर्ज के डाक्टर ही नहीं है। गोरखपुर के संबंध में लोगों को यही धारणा है कि यह सीएम सिटी है और यहां पर शिक्षा, चिकित्सा लेकर सभी सरकारी विभागों में पर्याप्त कर्मचारी और अधिकारी हैं। लेकिन यह बात नहीं है। गोरखपुर भी सामान्य जिलों की तरह है। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। कुल 53 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में मात्र 34 डॉक्टरों की ही तैनाती है। 19 पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं। कई विभाग तो चिकित्सकविहीन हैं। सबसे ज्यादा परेशानी इमरजेंसी में चिकित्सकों की कमी से सबसे ज्यादा दिक्कत इमरजेंसी में हो रही है। मेडिकल ऑफिसर के जिला अस्पताल में सात पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में मात्र दो की तैनाती है। दूसरे विभाग भी डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में किसी दूसरे विभाग के डॉक्टर की ड्यूटी इमरजेंसी में लगाने पर उस विभाग में परेशानी बढ़ जाती है। फिजीशियन के तीन पद स्वीकृत हैं, तैनाती मात्र एक की है। सर्जन के पांच पदों में से तीन रिक्त हैं। न्यूरोलॉजी में एक, प्लास्टिक सर्जरी में दो व मानसिक रोग विभाग में एक पद स्वीकृत है, लेकिन इन तीनों विभागों में एक भी डॉक्टर की तैनाती नहीं है। जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा दिक्कत जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजकुमार गुप्ता का इस संबंध में कहना है कि सबसे ज्यादा दिक्कत मेडिकल ऑफिसर के कम होने से हो रही है। इमरजेंसी में यदि किसी विशेषज्ञ की ड्यूटी लगाई जाती है तो उनके विभाग में मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। डॉक्टरों की तैनाती की मांग की गई है।
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