Move to Jagran APP

सर्दी-जुकाम से घबराएं नहीं, कोरोना से लड़ने में करेगा मदद Gorakhpur News

कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिए सर्दी जुकाम फायदेमंद साबित हो सकता है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 01:01 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 01:01 PM (IST)
सर्दी-जुकाम से घबराएं नहीं, कोरोना से लड़ने में करेगा मदद Gorakhpur News
सर्दी-जुकाम से घबराएं नहीं, कोरोना से लड़ने में करेगा मदद Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। सर्दी-जुकाम हो गया तो इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह कोरोना से लड़ने की ताकत देता है। इसकी वजह से शरीर में एंटीबाडी विकसित होती है जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है। यही क्षमता कोरोना को हराने में कारगर होती है। यह सलाह होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. रूप कुमार बनर्जी ने दी। उन्होंने कहा कि सर्दी-जुकाम मौसम की वजह से है। अनेक लोग इसे कोरोना का लक्षण मानने की भूल कर रहे हैं। भारत में कोरोना संक्रमण के मामले इतने गंभीर नहीं हैं, जितने विदेशों में। हमारे यहां मृत्यु दर भी पश्चिमी देशों के मुकाबले काफी कम है। इसका कारण है भारतीयों में अक्सर सर्दी-जुकाम का होना। बावजूद इसके बचाव के लिए हमें कोविड 19 नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।

loksabha election banner

108 बेड खाली, फिर भी वापस किए जा रहे कोरोना मरीज

उप निदेशक कृषि डॉ संजय सिंह ने कहा कि मशरूम की खेती के फायदे बहुत हैं। मशरूम शरीर में बड़े पैमाने पर प्रोटीन की आपूर्ति करता है। शरीर में प्रोटीन की मात्रा अधिक रहेगी तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक रहेगी। कोरोना संक्रमण काल में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होना आवश्यक है। इससे तमाम तरह की बीमारियां नियंत्रित होती हैं। यह सिर्फ कोरोना से लड़ने में ही नहीं, बल्कि इसका उत्पादन आर्थिक स्थिति को संवारने में भी अहम भूमिका निभाता है। कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार में गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत आयोजित शिविर को वह संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मशरूम का उत्पादन के लिए भूमि की भी कोई समस्या नहीं है। एक छोटे से कमरे में इसका उत्पादन किया जा सकता है। कम पूंजी, कम जगह में इसका व्यवसाय शुरू किया जा सकता है। यह बेरोजगारी के साथ कुपोषण को दूर करने में सहायक है। अंत में उन्होंने शिविर में आये सभी प्रवासी कामगारों को प्रमाण पत्र वितरित किया। इस अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक डॉ एसपी सिंह, डॉ एसके सिंह, डॉ कंचन, शैलेंद्र सिंह, डॉ नितिश सिंह ने मशरूम की प्रजाति उसकी पैकेजिंग, उत्पादन के विषय में प्रवासी कामगारों को जानकारी दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.