सबसे संवेदनशील जेल का मोबाइल जैमर बन गया है शो-पीस, जाने क्या है मामला
इस जेल में मोबाइल नेटवर्क रोकने के लिए जैमर 3जी का जैमर लगाया गया है। यह तब लगाया गया जब 4जी चलन में आ चुका था।
By Edited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 08:08 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 02:27 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जिला जेल में मोबाइल नेटवर्क रोकने के लिए जैमर तो लगाया गया है, लेकिन उसकी क्षमता केवल टू जी व थ्री जी ही मोबाइल नेटवर्क रोकने की है, जिसके चलते आए दिन जेल के अंदर से बदमाशों के मोबाइल से बात करने की बात सामने आती रही है। एक साल में लगभग चार दर्जन से अधिक मोबाइल जेल से बरामद हो चुके हैं।
देवरिया जेल की गिनती पहले साधारण जेल के रूप में होती रही है, लेकिन 2017 में बाहुबली अतीक अहमद समेत कई बड़े अपराधियों के इस जेल में शिफ्ट होने के बाद इस जेल की गिनती हाईप्रोफाइल जेलों के रूप में होने लगी। साथ ही सुरक्षा का सवाल भी खड़ा होने लगा। उसके बाद जेल की सुरक्षा के लिए आधा दर्जन जैमर भी लगाए गए, ताकि अंदर से मोबाइल पर कोई बात न कर सके।
आश्चर्यजनक बात यह है कि जेल में जो जैमर को लगाया गया है, उसकी क्षमता टू जी व थ्री जी रोकने की है। मजेदार बात यह है कि यह जैमर तब लगाया गया जब 4जी पूरी तरह से चलन में आ गया था। जिले में भी फोर जी नेटवर्क मोबाइल का चल रहा है। ऐसे में जेल के अंदर भी मोबाइल संचालित हो जाता है। कई बार जिलाधिकारी के छापेमारी में भी इस जेल के अंदर से मोबाइल बरामद हो चुके हैं।
हालांकि हाल ही में एक मुलाकाती की पिटाई के मामले में बाहुबली नेता समेत कई बदमाशों को दूसरी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। उधर जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय का कहना है कि यह सही कि जैमर की क्षमता कम है, लेकिन बैरकों में हर समय जांच की जाती है।
देवरिया जेल की गिनती पहले साधारण जेल के रूप में होती रही है, लेकिन 2017 में बाहुबली अतीक अहमद समेत कई बड़े अपराधियों के इस जेल में शिफ्ट होने के बाद इस जेल की गिनती हाईप्रोफाइल जेलों के रूप में होने लगी। साथ ही सुरक्षा का सवाल भी खड़ा होने लगा। उसके बाद जेल की सुरक्षा के लिए आधा दर्जन जैमर भी लगाए गए, ताकि अंदर से मोबाइल पर कोई बात न कर सके।
आश्चर्यजनक बात यह है कि जेल में जो जैमर को लगाया गया है, उसकी क्षमता टू जी व थ्री जी रोकने की है। मजेदार बात यह है कि यह जैमर तब लगाया गया जब 4जी पूरी तरह से चलन में आ गया था। जिले में भी फोर जी नेटवर्क मोबाइल का चल रहा है। ऐसे में जेल के अंदर भी मोबाइल संचालित हो जाता है। कई बार जिलाधिकारी के छापेमारी में भी इस जेल के अंदर से मोबाइल बरामद हो चुके हैं।
हालांकि हाल ही में एक मुलाकाती की पिटाई के मामले में बाहुबली नेता समेत कई बदमाशों को दूसरी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। उधर जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय का कहना है कि यह सही कि जैमर की क्षमता कम है, लेकिन बैरकों में हर समय जांच की जाती है।
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