COVID-19 Outbreak: लड़ाई है बड़ी और अनिश्चितकालीन, दुश्मन है अदृश्य; लापरवाही छोड़ें
COVID-19 Outbreak सब कुछ जानते समझते हुए भी कुछ लोग अपने साथ ही दूसरों की भी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। दो गज की दूरी और मास्क की अनिवार्यता को धता बताने में उन्हें संतुष्टि मिल रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। मास्क न लगाने पर देवरिया जिले में पुलिस ने दो युवकों से दस-दस हजार रुपये का जुर्माना वसूला। ये वही युवक थे जिनसे एक दिन पहले भी पुलिस ने एक-एक हजार रुपये का जुर्माना वसूला था, लेकिन इन युवकों ने सबक लेने के बजाय फिर कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन किया और बिना मास्क लगाए सड़कों पर निकल पड़े। इस धृष्टता के चलते ही पुलिस ने दोबारा तगड़ा जुर्माना ठोंक दिया। कोरोना की दूसरी लहर में स्थिति बदतर होती जा रही है। डबल म्यूटेंट का वायरस जानलेवा हो चुका है।
सब कुछ जानते समझते हुए भी कुछ लोग अपने साथ ही दूसरों की भी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। दो गज की दूरी और मास्क की अनिवार्यता को धता बताने में उन्हें संतुष्टि मिल रही है। शायद उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि उनकी यह संतुष्टि उन्हें, उनके परिवार और समाज के अन्य लोगों को संकट में डाल रही है। हमारी जरा सी भी चूक कोरोना को फलने-फूलने का खुराक दे रही है। इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं कि उनके लिए अस्पतालों में जगह नहीं बची है। तमाम लोगों को समय से समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में एक ही उपाय कारगर है कि कोरोना से बचाव के सारे दिशा-निर्देशों का स्वत: पालन किया जाए।
सरकार ही सब कुछ हमारे लिए नहीं करेगी। बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाते हुए हमें सरकार, पुलिस व प्रशासन की मदद करनी होगी। लड़ाई बड़ी और अनिश्चितकालीन है। दुश्मन अदृश्य है। ऐसे में हर कदम यदि फूंक-फूंक कर नहीं रखे तो चुनौती और बड़ी होती जाएगी। उचित होगा कि कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते न केवल खुद दो गज की दूरी और मास्क लगाने की अनिवार्यता का विशेष ध्यान रखें, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। बेवजह सड़कों पर या भीड़भाड़ में जाने से बचना होगा। आयोजनों में मेहमानों की संख्या कम से कम रखनी होगी। टीकाकरण समय से कराना होगा, तभी कोरोना को परास्त करने में हम सफल हो पाएंगे।