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गोरखपुर में कांग्रेस के जिला और नगर अध्यक्ष पद के लिए बड़े नेता अयोग्य, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News

गोरखपुर में काग्रेस पार्टी की जिला व महानगर अध्यक्ष पद के लिए सभी बड़े नेता अयोग्य हो गए हैं। 40 साल से ऊपर वाले पदाधिकारी नहीं बन सकते हैं।

By Edited By: Published: Tue, 23 Jul 2019 03:00 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jul 2019 10:59 AM (IST)
गोरखपुर में कांग्रेस के जिला और नगर अध्यक्ष पद के लिए बड़े नेता अयोग्य, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
गोरखपुर में कांग्रेस के जिला और नगर अध्यक्ष पद के लिए बड़े नेता अयोग्य, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
गोरखपुर, जेएनएन। काग्रेस पार्टी की जिला व महानगर कमेटी भंग होने के बाद से ही निवर्तमान व नए दावेदारों के बीच होड़ है। निवर्तमान पदाधिकारी अपने पद को बचाने में लगे हैं। जबकि नए दावेदार अपनी खूबिया बताकर संगठन के महत्वपूर्ण पद पर बैठना चाहते हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार इस बार संगठन में सर्वाधिक भागीदारी युवाओं की होगी।
मौका उन्हें ही मिलेगा जो पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय हैं। 40 वर्ष से कम उम्र के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को ही संगठन में जगह दिए जाने की चर्चा है। चर्चाओं पर गौर करें तो 40 की उम्र पार कर चुके पदाधिकारियों को मायूस होना पड़ सकता है। वैसे तो महानगर अध्यक्ष के लिए दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है, लेकिन पार्टी एक पार्षद पर दाव लगा सकती है। इसके अलावा एक मुस्लिम व एक पिछड़ी जाति के नेता भी तगड़ी दावेदारी में बताए जा रहे हैं। यह दोनों नेता भी पार्टी में सक्रिय रहते हैं। जिला काग्रेस कमेटी के नए जिलाध्यक्ष की दौड़ में निवर्तमान जिलाध्यक्ष के अलावा लोकसभा चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी के नाम की भी चर्चा है।
इनके अलावा निवर्तमान महानगर अध्यक्ष समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं जिन्हें पार्टी जिलाध्यक्ष की कमान सौंप सकती है। पूर्व जिलाध्यक्ष डा.सैय्यद जमाल कहते हैं कि संघर्षशील, ऊर्जावान और युवा जोश से भरपूर नेता को ही जिला और महानगर काग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
जल्द गठित होगी नई कमेटी : अजय कुमार लल्लू
काग्रेस विधानमंडल दल के नेता व पूर्वी उत्तर प्रदेश के संगठनात्मक परिवर्तन के प्रभारी अजय कुमार लल्लू का कहना है कि जल्द ही नई कमेटी की गठन कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि संगठन में युवाओं की भागीदारी का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा स्थानीय मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रहे कार्यकर्ताओं को भी अवसर प्रदान किया जाएगा।

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