Good News : रेल लाइनों पर नहीं गिरेगी गंदगी, 3251 बोगियों में लगेंगे 13004 बायोटॉयलेट
पूर्वोत्तर रेलवे के सभी 3251 बोगियों में जून माह के अंत तक परंपरागत की जगह 13004 बायोटॉयलेट लग जाएंगे। इसके बाद पटरियों पर टॉयलेट की गंदगी नहीं गिरेगी।
गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। पूर्वोत्तर रेलवे के सभी 3251 बोगियों में जून माह के अंत तक परंपरागत की जगह 13004 बायोटॉयलेट लग जाएंगे। इसके बाद पटरियों पर टॉयलेट की गंदगी नहीं गिरेगी। रेल लाइन ही नहीं स्टेशनों पर भी गंदगी नहीं पसरेगी। कोच भी साफ-सुथरे रहेंगे।
रेलवे बोर्ड ने 30 जून तक सभी बोगियों में परंपरागत की जगह बायो टॉयलेट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पूर्वोत्तर रेलवे यांत्रिक कारखाना प्रबंधन ने डेमू ट्रेन, डबल डेकर कोच और हाईब्रिड कोच को छोड़कर बाकी सभी बोगियों में बायोटॉयलेट लगा दिया है। यांत्रिक कारखाना में करीब 1400 बायोटॉयलेट तैयार हैं। बोर्ड का साफ निर्देश है कि बिना बायोटॉयलेट लगी बोगियां कारखाना से बाहर नहीं आएंगी। यहां पूर्वोत्तर रेलवे के अलावा पूर्व मध्य और उत्तर मध्य रेलवे की बोगियों में भी बायोटॉयलेट लग रहे हैं।
विमान की तरह वैक्यूम बायोटॉयलेट
पर्यावरण संरक्षण की तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए रेलवे बोर्ड ने हवाई जहाज में लगने वाले वैक्यूम बायो टॉयलेट की भी शुरुआत कर दी है। भारतीय रेलवे के आठ हजार बोगियों में वैक्यूम बायो टॉयलेट लगाने का लक्ष्य है। पूर्वोत्तर रेलवे में 60 एलएचबी कोचों में बायो वैक्यूम टॉयलेट लगेंगे। बायो वैक्यूम टॉयलेट के लिए प्रति कोच 12 लाख रुपये का खर्च आएगा। बोगियों में बदबू नहीं फैले, इसके लिए बायो टॉयलेट में वेंचुरी सिस्टम लगाए जा रहे हैं। उच्च क्षमता वाले एग्जास्ट फैन भी लगाए जाएंगे। बायो टॉयलेट का पीरियाडिक ओवरहालिंग (पीओएच) 18 माह में होती रहेगी।
पर्यावरण फ्रेंडली है बायोटॉयलेट
एनई रेलवे के सीपीआरओ संजय यादव ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति रेलवे का यह अहम कदम है। बायोटॉयलेट पूरी तरह पर्यावरण फ्रेंडली है। इसका प्रयोग करने पर मलमूत्र सीधे रेलवे ट्रैक पर नहीं गिरता। यात्री भी रेलवे का सहयोग करें और बायोटॉयलेट में डायपर, पेपर और खाली बोतल आदि न डालें।
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तीन जोड़ी ट्रेनों में लगाए जाएंगे अतिरिक्त कोच
रेल प्रशासन ने तीन जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने का निर्णय लिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार 15018 दादर एक्सप्रेस और 15048 पूर्वांचल एक्सप्रेस में सात जून को गोरखपुर से एक-एक शयनयान श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे। इसके अलावा श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा-गाजीपुर और श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा-वाराणसी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस में भी अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस पर आयोजित होंगे कार्यक्रम
छह जून को पूर्वोत्तर रेलवे में अंतरराष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस मनाया जाएगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार पूरे दिन विविध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सुबह 6.30 बजे दौड़ प्रतियोगिता आयोजित होगी। महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा विविध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे।
रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक नहीं होने पर रोष
गोरखपुर में क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक नहीं होने पर समिति के सदस्यों में रोष है। इसको लेकर सदस्यों ने मंगलवार को बैठक आयोजित की। सदस्य व विधायक संगीता यादव ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए बैठक नहीं आयोजित कर रहा। इस मामले को रेलमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा। सदस्यों की टीम ने महाप्रबंधक से मिलकर अक्टूबर तक क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक कराने की मांग भी की। इस मौके पर सोमेश्वर पांडेय, पंकज श्रीवास्तव, रतन दीप सिंह, सुजाता सिंह, विवेकानंद पांडेय, सरोज कुशवाहा, योगेंद्र और शशिकांत शर्मा आदि मौजूद रहे।
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