डीआइओएस से बोलीं छात्राएं, अक्सर फब्तियां कसते हैं शोहदे
शोहदों के आतंक से कॉलेज बंद होने बाद सोमवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कॉलेज पहुंचे और छात्राओं की समस्याआों को सुना।
गोरखपुर, (जेएनएन)। पाली ब्लाक के तिलौरा स्थित पं. जवाहर लाल नेहरू इंटर में सोमवार को खोल दिया गया। सुबह पुलिस की मौजूदगी में बच्चे स्कूल पहुंचे और सामान्य तरीके से पठन-पाठन हुआ। इसी बीच डीआइओएस भी विद्यालय पहुंच गए और प्रबंधन, शिक्षकों व छात्राओं से बात किया। डीआइओएस के सामने छात्राओं ने कहाकि विद्यालय खुलने व बंद करने के समय शोहदे आस-पास मंडराते हैं और फब्तियां कसते हैं। छात्राओं की बातों को सुनकर डीआइओएस ने कहा कि नोटिस बोर्ड पर स्थानीय थाना तथा 100 नंबर दर्ज होगा और इसी पर तत्काल शिकायत करें।
बता दें कि सहजनवां तहसील के तिलौरा स्थित पं. जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज में बीते सात सितंबर को कक्षा 11 की छात्रा के साथ कुछ शोहदों ने छेड़छाड़ किया था। छात्रा की शिकायत के बाद विद्यालय के शिक्षक बृजेंद्र कुमार मिश्र व लिपिक राम आशीष चौरसिया को भी थरूआपार चौराहे पर मार-पीटा। इसकी शिकायत के बाद भी पुलिस पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए प्रबंधन ने शोहदों व गुंड़ों के कारण विद्यालय बंद करने का नोटिस चस्पा करके पठन-पाठन बंद कर दिया। साथ ही आला अफसरों से भी अपनी शिकायम दर्ज कराई।
कॉलेज बंद होने की नोटिस के बाद हरकत में आई पुलिस
इसके बाद 22 सितंबर को पुलिस नीरज व गजेंद्र नामक युवकों व पांच अज्ञात के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज करके जांच में जुटी और आरोपी पकड़े गए। शोहदों के आतंक से विद्यालय बंद होने की सूचना पर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया था। अफसरों की पहल पर सोमवार को विद्यालय सुबह खुला तो दो पुलिस कर्मी मौजूद रहे। कुछ देर के बाद डीआइओएस ज्ञानेंद्र प्रताप भदौरिया भी पहुंचे और प्रबंधन, शिक्षकों तथा छात्राओं से जानकारी हासिल की। इस दौरान छात्राओं ने आरोप लगाया कि विद्यालय के आस-पास शोहदों घूमते रहते हैं और वह फब्तियां कसते हैं। डीआइओएस ने कहा कि विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर सबका नंबर लिखा रहेगा और कोई भी परेशानी पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएं।
दो आरोपित युवकों को पुलिस ने भेजा जेल
तिलौरा के जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज के प्रधानाचार्य कैलाश चौबे की तहरीर पर पुलिस ने भिटहा निवासी नीरज यादव व गजेंद्र यादव तथा पांच अज्ञात के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमा दर्ज होने के सक्रिय हुई पुलिस नीरत और सोनू को गिरफ्तार लिया था। सोमवार को गिरफ्तार युवक नीरज व सोनू को जेल भेज दिया गया। थानाध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि प्रधानाचार्य की तहरीर में छेड़छाड़ की बात न लिखे जाने से केवल मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया था। दोनों आरोपितों को न्यायालय भेज दिया गया है।
आरोपित ने लगाया बंधक बनाकर पीटने व जान से मारने का आरोप
विद्यालय की छात्राओं व शिक्षकों के साथ मारपीट किए जाने के आरोपित नीरज ने पुलिस को तहरीर देकर प्रबंधतंत्र पर ही गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस को दिए तहरीर में आरोपित नीरज यादव पुत्र स्व. पंचदेव यादव ने आरोप लगाया कि 21 सितंबर को अपने चाचा के लड़के गजेंद्र के साथ मोटर साइकिल से घघसरा बाजार जा रहा था। रास्ते में विद्यालय प्रबंधक के परिजन मिले और गाड़ी को रोक कर गला दबाने लगे। साथ ही मारपीट कर विद्यालय में ले गए जहां बंधक बना कर मारा-पीटा। पुलिस से शिकायत नहीं करने की शर्त पर उक्त लोगों ने छोड़ा। थानाध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि अभी नीरज यादव के तरफ से तहरीर नहीं मिली है।