गोरखपुर में मोरारी बापू की रामकथा सुनने के लिए देश भर से उमड़े श्रद्धालु Gorakhpur News
उत्साह किस कदर था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शाम चार बजे शुरू होने वाले आयोजन के लिए देशभर लोगों के आने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था।
गोरखपुर, जेएनएन। तीन दिन पहले तक हो रही आकाशीय बारिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही थी तो इसके ठीक उलट शनिवार को मोरारी बापू के मुखारविंद से हो रही अमृत वचनों की बारिश लोगों की आस्था। हर कोई अमृत वचनों की बारिश में भीगने के लिए बेताब था। हो भी क्यों न, लंबे इंतजार के बाद मोरारी बापू को सुनने की उनकी ख्वाहिश जो पूरी हो रही थी। बापू के साथ मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी आयोजन के महत्व को और बढ़ा रही थी। अद्भुत दृश्य देखने के बाद बढ़ी श्रद्धालुओं के आंखों की चमक इसकी गवाही थी।
बापू की रामकथा को सुनने को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह किस कदर था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शाम चार बजे शुरू होने वाले आयोजन के लिए देशभर लोगों के आने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। दोपहर होते-होते आधा पंडाल भर गया। पंडाल में पहुंचने वाला हर व्यक्ति पहले व्यास पीठ को प्रणाम कर रहा था और तब अपनी सीट पर स्थान ले रहा था। तीन बजने के बाद तो बापू का इंतजार लोगों को भारी पडऩे लगी। हर कोई जल्द से जल्द उनके दर्शन करने को बेताब था।
ठीक चार बजे जब वह रामायण पोथी के व्यासपीठ पर स्थापित हुए तो सबके चेहरे खिल गए। बापू ने मंच पर पहुंचते ही सबका अभिवादन किया। लोगों को अपना जीवन धन्य होता लगा। फिर इंतजार होने लगा मुख्यमंत्री योगी का। सवा चार बजे जब वह भी मंच पर पहुंचे तो श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत तालियों से किया। उसके बाद पहले योगी ने अपने संबोधन से बापू का प्रदेश और गोरखपुर में स्वागत किया और फिर शुरू हुई बापू की रामकथा। रामकथा में उन्होंने पहले कथा के विषय मानष की जानकारी दी और फिर उसके चयन पर विस्तार से प्रकाश डाला। पहले दिन की एक घंटे की रामकथा को श्रद्धालुओं ने पूरी तल्लीनता से सुना।
बापू के भजन में डूब गए योगी
मोरारी बापू ने रामकथा का शुभारंभ भजन से किया। भजन की मिठास और संदेश श्रद्धालुओं को तो मंत्रमुग्ध कर ही रहा था, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उसमें डूबते नजर आए। कई बार वह भजन में इतने तल्लीन हुए कि आंखें बंद कर भगवत ध्यान में खो गए। योगी जबतक मंच पर रहे उन्होंने पूरे मनोयोग से बापू की कथा का श्रवण किया।
रामचरित मानस लेकर पहुंचे थे श्रद्धालु
बापू की रामकथा सुनने के लिए देश भर से आए श्रद्धालुओं में से कई के हाथों में तुलसीकृत रामचरित मानस भी देखने को मिला। कई तो उसका पाठ करते भी देखे गए, जिससे माहौल कथा शुरू होने से पहले आध्यात्मिक हो उठा।
कई बार बापू बताते हैं भंडारे का मेन्यू
चंपा देवी पार्क स्थित रामकथा स्थल पर पहुंचते ही भंडारे के लिए बन रहे भोजन की खुशबू हर किसी का ध्यान खींच रही थी। भंडारे के प्रसाद की क्वालिटी को लेकर जब आयोजकों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रसाद की गुणवत्ता और शुद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाता है। कई बार बापू खुद व्यासपीठ से ही भंडारे के प्रसाद का मेन्यू पूछकर श्रद्धालुओं को बताते हैं। पहले दिन करीब 2000 लोगों के लिए प्रसाद का इंतजार किया गया था। आयोजकों के मुताबिक रविवार से 15 से 20 हजार लोगों के लिए प्रसाद बनेगा। 13 अक्टूबर तक चलने वाली कथा के दौरान प्रतिदिन का मेन्यू अलग-अलग होगा। हालांकि बिना लहसुन-प्याज के बनने वाले प्रसाद में चावल-दाल की मौजूदगी हर दिन रहेगी। नवरात्र में नौ दिन का उपवास रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए फलाहार का इंतजाम भी किया जा रहा है। बेसन की बर्फी प्रसाद का मुख्य आकर्षण है।
योगी के पहुंचते ही गूंजा राम का जयघोष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कथा के मंच पर ज्यों ही पहुंचे, श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत भगवान श्रीराम के जयघोष से किया। योगी ने भी उनकी भावनाओं का पूरा सम्मान किया। बापू का सम्मान करने के बाद उन्होंने श्रद्धालुओं को अभिवादन तो किया ही, साथ भी भगवान राम से जुड़ी खुशखबरी जल्द मिलने की बात कहकर उनका उत्साह बढ़ा दिया।