जल्द खींचा जाएगा धुरियापार में 5500 एकड़ जमीन के विकास का खाका
गीडा की ओर से धुरियापार क्षेत्र में 18 गांवों की करीब 5500 एकड़ जमीन को विकसित करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए अनुभवी कंसलटेंट को हायर करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इसे सेक्टरवार विकसित किया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। जिले के दक्षिणांचल में धुरियापार के विकास का खाका खींचने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी। यहां 5500 एकड़ जमीन पर विकास की रूपरेखा बनाने के लिए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने फर्म का चयन कर लिया है। तकनीकी एवं वित्तीय बोली में सबसे बेहतर रहने वाली नोएडा की फर्म रुद्राभिषेक इंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईपीएल) को जिम्मेदारी दी गई है। प्राधिकरण की ओर से फर्म को सूचना भेज दी गई है। अगले सप्ताह इस गीडा व फर्म के बीच अनुबंध हो जाने की उम्मीद है। अनुबंध के बाद विकास की रूपरेखा बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
18 गांवों की 5500 एकड़ जमीन विकसित करने की योजना
गीडा की ओर से धुरियापार क्षेत्र में 18 गांवों की करीब 5500 एकड़ जमीन को विकसित करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए अनुभवी कंसलटेंट को हायर करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। अंतिम रूप से प्रस्तुतिकरण देने वाली तीन फर्मों में से आरईपीएल का चयन इस कार्य के लिए किया गया है। धुरियापार का विकास भी गीडा की तर्ज पर ही होगा। इसे सेक्टरवार विकसित किया जाएगा। अनुबंध के बाद फर्म यहां काम शुरू करेगा। शुरू में डिमांड सर्वे किया जाएगा, जिससे इस बात का पता लगाया जा सके कि बाजार की मांग के अनुसार किस तरह का विकास करना सही रहेगा। विकास के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने में अगले 25 से 30 साल की जरूरतों का ध्यान भी रखा जाएगा। इस क्षेत्र को इस तरह से विकसित किया जाएगा, जिससे देश के विभिन्न क्षेत्रों में बनने वाले उत्पाद यहां भी बन सके।
औद्योगिक गलियारे के लिए भी होगा काम
धुरियापार के साथ ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर बनने वाले औद्योगिक गलियारे के लिए भी इसी फर्म से डीपीआर तैयार कराया जाएगा। औद्याेगिक गलियारे के लिए प्रथम चरण में करीब एक हजार एकड़ से अधिक जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। इसके लिए शासन की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है। गीडा के सीईओ संजीव रंजन का कहना है कि धुरियापार में 5500 एकड़ जमीन को विकसित करने के लिए कंसलटेंसी फर्म का चयन कर लिया गया है। फर्म को सूचना भेज दी गई है, जल्द ही अनुबंध भी हो जाएगा। फर्म की रिपोर्ट के आधार पर विकास शुरू किया जाएगा।