विभागीय गलती ने 278 शिक्षकों को संकट में डाला, नए सिरे से हो रहा सत्यापन Gorakhpur News
गोरखपुर के बेसिक शिक्षा विभाग ने एक्सेल सीट पर पैन कार्ड का ब्योरा मुहैया कराया मगर टाइपिंग त्रुटि की वजह से 278 शिक्षकों के पैन कार्ड की डिटेल गलत हो गई।
गोरखपुर, जेएनएन। जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत 278 शिक्षकों के पैन कार्ड में गड़बड़ी मिलने से हड़कंप मच गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षकों के पैन कार्ड का सत्यापन कराने का काम बीएसए कार्यालय को दिया है। निर्देश मिलते ही बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों को बीआरसी पर पैन कार्ड का सत्यापन कराने का निर्देश दिया है।
अनामिका प्रकरण के कारण शासन ने मांगा था संपूर्ण ब्यौरा
गौरतलब है कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका अनामिका शुक्ला प्रकरण के भंडाफोड़ के बाद से शासन के निर्देश पर शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है। इसी के तहत शासन की ओर से सभी बेसिक शिक्षाधिकारियों से उनके यहां कार्यरत शिक्षकों के पैन कार्ड का संपूर्ण ब्योरा एक्सेल सीट और पीडीएफ में मांगा गया था।
टाइपिंग त्रुटि से शिक्षकों के पैन कार्ड की डिटेल गलत
गोरखपुर के बेसिक शिक्षा विभाग ने एक्सेल सीट पर पैन कार्ड का ब्योरा मुहैया कराया, मगर टाइपिंग त्रुटि की वजह से 278 शिक्षकों के पैन कार्ड की डिटेल गलत हो गई। विभाग की इस गलती की सजा शिक्षकों को भुगतनी पड़ेगी। अब उन्हें बिना किसी कारण सत्यापन के लिए बीआरसी की गणेश परिक्रमा करनी पड़ेगी।
फिर से हो रहा सत्यापन
इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि टाइपिंग में त्रुटि के कारण पैन कार्ड के ब्योरा में गलतियां सामने आईं हैं। इनमें से कोई फर्जी शिक्षक नहीं हैं, इनके पैन कार्ड का सत्यापन कराया जाएगा। यह गलती कहां और कैसे हुई है, इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
पैन कार्ड में मिली हैं ये त्रुटियां
जिले के जिन 278 शिक्षकों के पैन कार्ड में त्रुटियां मिलीं हैं, उनमें शिक्षकों के नाम, पिता का नाम, पैन कार्ड नंबर और जन्मतिथि में सर्वाधिक गड़बड़ी मिली है। यह गड़बड़ी कैसे हुई, यह जांच का विषय बन गया है।
आइटी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का किया गया सत्यापन
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका मामले के भंडाफोड़ के बाद शैक्षिक संस्थाओं में शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन का काम चल रहा है। सोमवार को बीएसए कार्यालय में आइटी शिक्षकों (इंटीनरेंट शिक्षक) के हाईस्कूल, इंटर व स्नातक के प्रमाण पत्रों की जांच की गई बल्कि उनका आधार सत्यापन भी किया गया। जनपद की बात करें तो जिले के परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांगों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए प्रत्येक विकास खंड में तीन-तीन के हिसाब से संविदा पर 43 आइटी शिक्षक तैनात हैं। इसके पूर्व जिले के 20 कस्तूरबा विद्यालयों के 171 शिक्षकों के प्रमाण पत्र व आधार का सत्यापन कराया गया था। इस संबंध में जिला समन्वयक समेकित शिक्षा विवेक जायसवाल ने बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में कस्तूरबा के शिक्षकों के बाद आइटी शिक्षकों का सत्यापन कराया गया। सोमवार को सभी शिक्षकों के सत्यापन का कार्य पूर्ण कर लिया गया।