बेपटरी हो गईं डेमू ट्रेनें, आम यात्री परेशान- जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
गोरखपुर से चलने वाली डेमू ट्रेने अब कभी कभार चल रही हैं। यात्री सुविधाओं के लिए शुरू की गई इन ट्रेनों के नियमित न होने यात्री परेशान हैं।
By Edited By: Published: Tue, 06 Aug 2019 05:26 AM (IST)Updated: Tue, 06 Aug 2019 03:20 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। दिन शनिवार, समय दोपहर बाद 3.30 बजे के आसपास। प्लेटफार्म नंबर छह पर जैसे ही डेमू ट्रेन लगी आनंदनगर और बढ़नी की तरफ जाने वाले यात्री दौड़ पड़े और बोगियों में सीट पर बैठ गए। किसी ने बताया कि अभी नहीं जाएगी तो मायूस होकर ट्रेन से नीचे उतर गए। कोई रेलकर्मी नहीं मिला तो लोग लोको पायलटों से ही पूछने लगे, कब चलेगी। समुचित जवाब नहीं मिला तो मायूस होकर वापस लौट गए। इससे पहले दो अगस्त को सुबह 5.20 बजे गोरखपुर से थावे के लिए रवाना होने वाली 75012 नंबर की डेमू ट्रेन जब 10.30 बजे तक नहीं चली तो लोगों के सब्र का बांध टूट गया।
दर्जनों यात्री हंगामा करने लगे। अंतत: गाड़ी लगभग आठ घंटे की देरी से दोपहर 1.30 बजे के आसपास रवाना हुई। यात्री विवेक कुमार आदि ने लिखित शिकायत की है। गोरखपुर-बढ़नी रूट पर तीन दिन नहीं चलीं ट्रेन गोरखपुर-बढ़नी रूट पर पिछले सप्ताह सोमवार, मंगलवार और बुधवार को 75002, 75003, 75004 और 75005 नंबर की डेमू ट्रेन नहीं चलीं। शुक्रवार को गोरखपुर-गोंडा 75005 डेमू ट्रेन निरस्त रही। 75012 गोरखपुर- सिवान डेमू के लेट होने से 75009 और 75010 सिवान-कप्तानगंज-थावे डेमू नहीं चली। शनिवार को भी यही स्थिति रही। लगातार बढ़ रही परेशानी लोगों की यह परेशानी सिर्फ एक दिन की नहीं है। शोहरतगढ़, बढ़नी, नौतनवां, सिवान, थावे और कप्तानगंज जाने वाले सैकड़ों लोग रोजाना परेशान हो रहे हैं। इधर, एक सप्ताह से परेशानी और बढ़ गई है। कब कौन सी डेमू ट्रेन निरस्त हो जाएगी किसी को नहीं पता। डेमू ट्रेन कब चलेगी यह भी कोई नहीं बताने वाला।
कैंपियरगंज जाने के लिए परेशान रोहित और शोहरतगढ़ जाने के लिए स्टेशन पर सुबह से ट्रेन का इंतजार कर रहे मधुसूदन आदि यात्रियों ने बताया कि इधर परेशानी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। नौकरीपेशा, मरीज, छात्र और व्यवसाई गोरखपुर आने के लिए जब डेमू ट्रेन पकड़ने स्टेशन पहुंचते हैं तो पता चलता है कि निरस्त है। गोरखपुर से जाने के लिए पूरा दिन ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है। स्थानीय यात्रियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। गोरखपुर से बनकर चलती हैं छह जोड़ी डेमू ट्रेनें गोरखपुर जंक्शन से छह जोड़ी डेमू ट्रेनें बनकर चलती हैं। एक जोड़ी थावे, दो जोड़ी नौतनवां और तीन जोड़ी बढ़नी रूट पर चलाई जाती हैं।
समय से मरम्मत नहीं होने से खड़ी हो जाती हैं डेमू ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे में चल रही अधिकतर डेमू ट्रेनें पुरानी हैं। डेमू ट्रेनों के लिए रेलवे का कोई अलग से शेड नहीं है। ऐसे में मरम्मत का कार्य निजी कंपनियां करती हैं। गोरखपुर से चलने वाली डेमू के लिए तीन कंपनियों के मैकेनिक हैं, लेकिन वे कभी समय से नहीं पहुंचते। ऐसे में रेलवे के मैकेनिक ही किसी तरह डेमू का मरम्मत करते हैं। आए दिन जवाब दे जाते हैं प्रेशर और हाइड्रोलिक सिस्टम डेमू ट्रेनों के प्रेशर और हाइड्रोलिक सिस्टम आए दिन खराब होते रहते हैं। इंजन आयल भी कंपनियों के जिम्मे होता है, लेकिन वह भी समय से नहीं पड़ता।
जानकारों के अनुसार इंजनों में एयर फिल्टर भी समय से नहीं लग पाते। मरम्मत के नाम पर कंपनियां उदासीन बनी रहती हैं। सीपीआरओ ने बताया कारण पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने इस संबंध में कहा कि तकनीकी खामियों के चलते डेमू ट्रेनों का संचलन प्रभावित हो रहा है। संचलन को दुरुस्त कराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
दर्जनों यात्री हंगामा करने लगे। अंतत: गाड़ी लगभग आठ घंटे की देरी से दोपहर 1.30 बजे के आसपास रवाना हुई। यात्री विवेक कुमार आदि ने लिखित शिकायत की है। गोरखपुर-बढ़नी रूट पर तीन दिन नहीं चलीं ट्रेन गोरखपुर-बढ़नी रूट पर पिछले सप्ताह सोमवार, मंगलवार और बुधवार को 75002, 75003, 75004 और 75005 नंबर की डेमू ट्रेन नहीं चलीं। शुक्रवार को गोरखपुर-गोंडा 75005 डेमू ट्रेन निरस्त रही। 75012 गोरखपुर- सिवान डेमू के लेट होने से 75009 और 75010 सिवान-कप्तानगंज-थावे डेमू नहीं चली। शनिवार को भी यही स्थिति रही। लगातार बढ़ रही परेशानी लोगों की यह परेशानी सिर्फ एक दिन की नहीं है। शोहरतगढ़, बढ़नी, नौतनवां, सिवान, थावे और कप्तानगंज जाने वाले सैकड़ों लोग रोजाना परेशान हो रहे हैं। इधर, एक सप्ताह से परेशानी और बढ़ गई है। कब कौन सी डेमू ट्रेन निरस्त हो जाएगी किसी को नहीं पता। डेमू ट्रेन कब चलेगी यह भी कोई नहीं बताने वाला।
कैंपियरगंज जाने के लिए परेशान रोहित और शोहरतगढ़ जाने के लिए स्टेशन पर सुबह से ट्रेन का इंतजार कर रहे मधुसूदन आदि यात्रियों ने बताया कि इधर परेशानी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। नौकरीपेशा, मरीज, छात्र और व्यवसाई गोरखपुर आने के लिए जब डेमू ट्रेन पकड़ने स्टेशन पहुंचते हैं तो पता चलता है कि निरस्त है। गोरखपुर से जाने के लिए पूरा दिन ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है। स्थानीय यात्रियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। गोरखपुर से बनकर चलती हैं छह जोड़ी डेमू ट्रेनें गोरखपुर जंक्शन से छह जोड़ी डेमू ट्रेनें बनकर चलती हैं। एक जोड़ी थावे, दो जोड़ी नौतनवां और तीन जोड़ी बढ़नी रूट पर चलाई जाती हैं।
समय से मरम्मत नहीं होने से खड़ी हो जाती हैं डेमू ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे में चल रही अधिकतर डेमू ट्रेनें पुरानी हैं। डेमू ट्रेनों के लिए रेलवे का कोई अलग से शेड नहीं है। ऐसे में मरम्मत का कार्य निजी कंपनियां करती हैं। गोरखपुर से चलने वाली डेमू के लिए तीन कंपनियों के मैकेनिक हैं, लेकिन वे कभी समय से नहीं पहुंचते। ऐसे में रेलवे के मैकेनिक ही किसी तरह डेमू का मरम्मत करते हैं। आए दिन जवाब दे जाते हैं प्रेशर और हाइड्रोलिक सिस्टम डेमू ट्रेनों के प्रेशर और हाइड्रोलिक सिस्टम आए दिन खराब होते रहते हैं। इंजन आयल भी कंपनियों के जिम्मे होता है, लेकिन वह भी समय से नहीं पड़ता।
जानकारों के अनुसार इंजनों में एयर फिल्टर भी समय से नहीं लग पाते। मरम्मत के नाम पर कंपनियां उदासीन बनी रहती हैं। सीपीआरओ ने बताया कारण पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने इस संबंध में कहा कि तकनीकी खामियों के चलते डेमू ट्रेनों का संचलन प्रभावित हो रहा है। संचलन को दुरुस्त कराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें