दिल्ली पुलिस भर्ती की परीक्षा में धांधली का गोरखपुर में भंडाफोड़, सरगना समेत 12 गिरफ्तार
गोरखपुर मे एसटीएफ ने दिल्ली पुलिस भर्ती की आनलाइन परीक्षा में धांधली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। शुक्रवार की देर रात कैंट क्षेत्र के पैड़लेगंज से सासाराम (बिहार) के रहने वाले सरगना दो साल्वर समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया।
गोरखपुर, जेएनएन। एसटीएफ ने दिल्ली पुलिस भर्ती की आनलाइन परीक्षा में धांधली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। शुक्रवार की देर रात कैंट क्षेत्र के पैड़लेगंज से सासाराम (बिहार) के रहने वाले सरगना, दो साल्वर समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया। बिहार, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, संतकबीरनगर, प्रयागराज, इटावा और औरया के रहने वाले आरोपितों के कब्जे से 12 हजार रुपये, 11 मोबाइल फोन, 14 आधार कार्ड, एक डायरी, छह कूट रचित प्रवेश पत्र, 44 मोबाइल के स्क्रीन शाट, हार्ड कापी, और छह मोटरसाइकिल बरामद हुई। शनिवार की शाम सभी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
एसटीएफ लखनऊ के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि 27 नवंबर से गोरखपुर के चार आनलाइन सेंटर पर कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) मध्य क्षेत्र द्वारा आयोजित दिल्ली पुलिस में कान्सटेबल (कार्यकारी) पुरूष और महिला सिपाहियों की होने वाली भर्ती की आनलाइन परीक्षा शुरू हो रही है। जिसमें धांधली करने वाले गिरोह के सदस्य सक्रिय है, जिनका सरगना सासाराम (बिहार), विक्रमगंज के धारुपुर का रहने वाला महेन्द्र सिंह है जो अपने साथियों के साथ अन्य जनपदोंं से साल्वर बुलाकर आनलाइन सेंटर पर सेटिंग कर अभ्यर्थी की जगह बैठाकर परीक्षा दिलाएंगे।
शुक्रावर की रात में पता चला कि साल्वर गैंग के सदस्य पैडलेगंज चौराहे पर एकत्रित है। सूचना के आधार पर एसटीएफ ने महेंद्र सिंह उसके गांव के रहने वाले धनंजय कुमार उर्फ विधायक, गोरखपुर के गुलरिहा सियारामपुर निवासी अशोक मौर्य, विस्ठौली झंझवा निवासी रामअशीष मिश्र, खोराबार के पकड़हियवां निवासी विजेंद्र यादव, सहजनवां निवासी विकास सिंह, प्रयागराज के उतराव, डुढवा निवासी जयप्रकाश यादव, देवरिया, मईल के अकुवा निवासी अमित सिंह, औरेया जिले के अजीतमल्ल, विधानगर निवासी अभिषेक कुमार यादव, इटावा जिले के बकेवर अलियापुर निवासी पिंटू यादव, संतकबीरनगर जिले के महुली, झिंगुरापार निवासी महेंद्र यादव और कुशीनगर जिले के अहिरौली धनहा निवासी अरविंद सिंह के रूप में हुई। एक व्यक्ति मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश चल रही है।
पांच साल से सक्रिय है महेंद्र
पकड़े गये अभियुक्तों से एसटीएफ ने अलग- अलग पूछताछ की गयी तो पता चला कि महेन्द्र सिंह, अशोक कुमार मौर्या, जय प्रकाश, धनंजय कुमार उर्फ विधायक, विजेन्द्र यादव, महेन्द्र प्रताप यादव एक गैंग चलाकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर बैठाकर अभ्यर्थियो को चयनित कराते हैं। हम सभी लोग अलग-अलग जगह से अभ्यर्थियों को खोज कर लाते हैं और उनके शक्ल सूरत और हुलिया में मिलते जुलते साल्वर की व्यवस्था कर आन लाइन सेन्टर पर वहा के कर्मचारी से सेटिगं कर साल्वर को अभ्यर्थियों की जगह बैठाते है।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं साल्वर
पकड़े गए साल्वर अभिषेक यादव और पिन्टू यादव प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं। दोनों को ई-परीक्षा टेक्निकल कैम्पस जंगल धूसड में होने वाली आन लाइन सेंटर पर अभ्यर्थी की जगह बैठना था। पिन्टू यादव उपरोक्त का फोटो लगा तीन प्रवेश पत्र क्रमशः सन्नी सिंह, मुकूल यादव, शैलेन्द्र तिवारी के नाम का मिला, पिन्टू यादव को इन तीनों की जगह विभिन्न आन लाइन सेन्टर विभिन्न पाली में परीक्षा देनी थी। अभिषेक यादव का फोटो लगा हुआ इन्द्रेश के नाम का प्रवेश पत्र मिला इसको इन्द्रेश के नाम पर परीक्षा देनी थी। पिन्टू और अभिषेक यादव ने बताया कि कानपुर में काकादेव कोचिंग में पढ़ने वाले धीरज और दिपान्कर ने महेन्द्र सिंह से बात करायी थी और धीरज और दिपान्कर ने साल्वर के तौर पर हमें यहां भेजा था। साल्वर के तौर पर बैठने पर प्रति पाली 50 हजार रुपये मिलते।