संकल्प दिवस पर बिजलीकर्मियों ने किया आंदोलन का एलान Gorakhpur News
मोहद्दीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी ने मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह ने कहा कि सात से 15 फरवरी तक काली पट्टी बांधकर काम करने का निर्णय लिया गया है। पदाधिकारियों ने इस बार आर-पार की लड़ाई की बात कही।
गोरखपुर, जेएनएन। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ ने अपने 40वें मान्यता दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया। संघ ने बिजली निगम प्रबंधन पर मांगें न मानने का आरोप लगाते हुए सात से 15 फरवरी तक काली पट्टी बांधकर काम करने का निर्णय लिया। नौ चरणों में आंदोलन का एलान करते हुए संगठन के पदाधिकारियों ने इस बार आर-पार की लड़ाई की बात कही।
मोहद्दीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी ने मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह के साथ पौधारोपण किया। केंद्रीय अध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी ने कहा कि पांच फरवरी 1982 को संघ को मान्यता मिली थी। तकनीकी कर्मियों को उनका हक दिलाने के लिए संगठन लड़ाई लड़ेगा। प्रदेश उपमहासचिव एवं पूर्वांचल संरक्षक अखिलेश गुप्ता ने कहा कि संगठन के सभी सदस्य अधिकारों के लिए एकजुट होकर संघर्ष करेंगे। बताया कि संघ की सदस्यता का अभियान सफलापूर्वक संचालित हो रहा है।
संघ कभी टकराव नहीं चाहा
सीपीएफ ट्रस्टी चंद्रभूषण उपाध्याय और प्रभुनाथ प्रसाद ने कहा कि संघ कभी टकराव नहीं चाहता लेकिन प्रबंधन के अडिय़ल रुख के कारण कर्मचारी हित प्रभावित हो रहे हैं। जिलाध्यक्ष कृष्ण मोहन यादव ने कहा कि कर्मचारियों के हित की लड़ाई लगातार लड़ी जाएगी। बैठक में उपेंद्र पाल, मुकेश यादव, संगम मौर्य, अजय गुप्ता, प्रवीण ङ्क्षसह, पंकज गुप्ता, कौशल शर्मा, हरिश्चंद्र, सुजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
आकस्मिक सेवा वालों को नहीं बुलाया गया बैठक में
केंद्रीय अध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि आकस्मिक सेवा से जुड़े कर्मचारियों को बैठक में नहीं बुलाया गया था। ताकि बिजली समस्या आने पर उसे दुरुस्त किया जा सके। बिजली उपभोक्ताओं के हित में यह निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि बिजली उपभोक्ता किसी तरह की परेशानी का सामना करें।
यह हैं प्रमुख मांगें
ग्रेड पे 4200 करना, टेक्नीशियन से अवर अभियंता पद पर पदोन्नति में 10 साल की बाध्यता एवं परीक्षा का समाप्त करना, समस्त तकनीकी कर्मियों को अन्य संवर्गों की भांति तीन समयबद्ध वेतनमान, टेक्नीशियन को कामन कैडर घोषित करना, अजमेलन शुरू करना आदि।