सात साल पहले हुआ था प्रेम विवाह, हत्या कर जलाया शव Gorakhpur News
सात साल पहने युवती ने प्रेम विवाह किया था। उसके बाद ससुरालियों ने प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। बाद में उसकी हत्या कर दी गई और मायके वालों को सूचना दिए बगैर शव जला दिया गया।
गोरखपुर, जेएनएन। शाहपुर के गीता वाटिका में चार दिन पहले विवाहिता की रहस्यमय परिस्थिति में मौत हो गई। सात साल पहले उसने प्रेम विवाह किया था। परिवार के लोगों ने मायके वालों के सूचना दिए बगैर दाह संस्कार कर दिया। विवाहिता की मां ने हत्या का आरोप लगाते हुए पति समेत चार के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
सात साल पहले किया था प्रेम विवाह
गीता वाटिका की रहने वाली इंद्रावती देवी ने शाहपुर पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी बेटी प्रियांशु ने जनवरी 2013 में मोहल्ले के मनीष विश्वकर्मा से प्रेम विवाह किया था। मनीष और उसके घरवाले उन्हें प्रियांशु से मिलने नहीं देते थे।
शादी के बाद से शुरू हुई प्रताड़ना
शादी के कुछ दिन बाद ही उसे प्रताडि़त करने लगे। कई बार उसने जानकारी दिया। 25 मई को प्रियांशु की मौत होने की सूचना मिलने पर वह मनीष के घर गई। पूछने पर परिवार के लोगों ने हार्ट अटैक से मौत की जानकारी दी। कुछ दूरी पर ही घर होने के बाद भी सूचना न देने की वजह पूछने पर टालमटोल करने लगे। आसपास के लोगों से पूछने पर पता चला कि मनीष उसके पिता रामजियावन, उसकी मां और भाई ने मिलकर प्रियांशु की हत्या कर चुपके से शव जला दिया। सीओ गोरखनाथ प्रवीण ङ्क्षसह ने बताया कि हत्या कर साक्ष्य मिटाने का केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।
युवती ने की खुदकशी की कोशिश, राहगीरों ने बचाया
एक युवती ने सुबह सूरजकुंड में ट्रेन के आगे कूदकर जान देने की कोशिश की। राहगीरों ने नजर पडऩे पर उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। तिवारीपुर पुलिस ने पूछताछ के बाद युवती को उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया। युवती गोरखनाथ के रामनगर में रहने वाले परिचित के यहां रहती है। नाराज होकर वह तिवारीपुर के सूरजकुंड धाम स्थित सरोवर के किनारे जाकर बैठ गई। सहजनवां की तरफ से आ रही मालगाड़ी को देखकर वह रेलवे लाइन की तरफ दौड़ पड़ी। नजर पडऩे पर स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया।