Indo-Nepal Border: व्यवसायिक उपयोग के लिए भारत से नेपाल जा रहे आक्सीजन भरे टैंकर को कस्टम ने सीमा पर रोका
झारखंड के जमशेदपुर से आक्सीजन भरा टैंकर काठमांडू स्थिति शंकर आक्सीजन प्लांट में जा रहा था। जिसको कस्टम विभाग ने कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए सोनौली सीमा पर रोक दिया। बाद में अधिकारी टैंकर को लेकर पनियरा क्षेत्र में बने नवनिर्मित आक्सीजन प्लांट में ले गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। भारत-नेपाल की सोनौली सीमा से शनिवार आक्सीजन भरे टैंकर को नेपाल जाने की अनुमति नहीं मिली। जमशेदपुर से आक्सीजन भरा टैंकर काठमांडू स्थिति शंकर आक्सीजन प्लांट में जा रहा था। जिसको कस्टम विभाग ने कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए सोनौली सीमा पर रोक दिया। उच्चाधिकारियों के निर्देशन में पुलिस व प्रशासन के अधिकारी टैंकर को लेकर पनियरा क्षेत्र के मुजरी में बने नवनिर्मित आक्सीजन प्लांट में ले गए हैं।
सोनौली कस्टम के अधिकारियों ने कोविड गाइड लाइन और व्यवसायिक उपयोग के लिए आक्सीजन की सप्लाई पर लगी रोक के कारण टैंकर को नेपाल जाने की अनुमति नहीं दी। कस्टम विभाग द्वारा टैंकर को रोके जाने के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सक्रिय हो गए। एसडीएम नौतनवा प्रमोद कुमार मौके पर पहुंंचे और आक्सीजन भरे वाहन को अपने कब्जे में लिया। उन्होंने बताया कि जनपद को आक्सीजन की जरूरत है।
नवनिर्मित आक्सीजन प्लांट में ले जाया गया टैंकर
आवश्यक कार्रवाई के बाद आक्सीजन वाहन को पनियरा क्षेत्र के वैदा में बने नवनिर्मित आक्सीजन प्लांट में ले जाया गया है। कस्टम अधीक्षक मेवालाल ने बताया कि नए दिश निर्देश के मुताबिक आक्सीजन को व्यवसायिक उपयाेग के लिए किसी दूसरे देश में भेजने पर राेक है। इसी के चलते आक्सीजन लदे टैंकर को सीमा से लौटा दिया गया है।
यूपी में ऑक्सीजन की भारी कमी
बता दें कि कोरोना संक्रमण के पूरे देश खासकर उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की भारी कमी है। गोरखपुर में तो ऑक्सीजन की कमी के कारण कई मरीजों की मौत हो गई। इस कारण सरकार ने ऑक्सीजन के व्यावसायिक उपयोग पर फिलहाल रोक लगा दी है।
वरिष्ठ अधिकारियों का दिशा निर्देश की प्रतीक्षा
इसी रोक के कारण इस टैंकर को सीमा पर रोका गया है। वरिष्ठ अधिकारियों का दिशा निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।