गोरखपुर में अपराधियों का पुलिस टीम पर हमला, बनाया बंधक Gorakhpur News
भिसिया खुर्द गांव निवासी रणजीत सिंह बेलघाट थाने का हिस्ट्रीशीटर है। प्रशिक्षु दारोगा जीतेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम रात में हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की निगरानी में निकली थी।
गोरखपुर, जेएनएन। बेलघाट थाने के हिस्ट्रीशीटर रणजीत सिंह की निगरानी करने पहुंची पुलिस टीम पर उसके परिवार वालों ने हमला कर घायल करने के बाद बंधक बना लिया। काफी देर बाद थाने से पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल ने उन्हें मुक्त कराया। इस मामले में हिस्ट्रीशीटर के परिवार के दो सदस्य गिरफ्तार कर लिए गए हैं। पांच अन्य की तलाश की जा रही है। निगरानी करने गई पुलिस टीम में शमिल प्रशिक्षु दारोगा की तहरीर पर दो महिलाओं सहित सात के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है।
पूछताछ के दौरान ही किया हमला
क्षेत्र के भिसिया खुर्द गांव निवासी रणजीत सिंह बेलघाट थाने का हिस्ट्रीशीटर है। प्रशिक्षु दारोगा जीतेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम रात में हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की निगरानी में निकली थी। टीम में दीवान कुश कुमार और सिपाही धर्मेंद्र चौधरी शामिल थे। इलाके के दूसरे हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के घर दस्तक देते हुए वे लोग भिसिया खुर्द गांव में रणजीत सिंह के घर पहुंचे। परिजनों को जगाकर रणजीत के बारे में पूछताछ शुरू की। आरोप है कि इसी दौरान हिस्ट्रीशीटर के परिवार के लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और मारपीट कर उन्हें घायल करने के बाद घर में बंधक बना लिया।
कमरे में बंद पुलिस वालों ने मोबाइल से दी जानकारी
अपराधियों ने सभी को कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद कमरे में बंद पुलिस वालों ने फोन से इसकी सूचना बेलघाट थानेदार को दी। भारी पुलिस बल के साथ साथ हिस्ट्रीशीटर घर पहुंचे थानेदार ने साथी पुलिसकर्मियों को मुक्त कराया।
इन पर दर्ज हुआ मुकदमा, दो गिरफ्तार
प्रशिक्षु दारोगा जीतेंद्र कुमार की तहरीर पर हिस्ट्रीशीटर के परिवार के बलजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, राम मूरत सिंह, किरण सिंह, रानी सिंह, ओम नारायण सिंह और शीला सिंह के विरुद्ध बलवा, मारपीट, बंधक बनाने, धमकी देने तथा लोक सेवक पर हमला करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिय गया है। राम मूरत सिंह और बलजीत गिरफ्तार हैं। अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। रणजीत सिंह के विरुद्ध विभिन्न थानों में हत्या और हत्या के प्रयास सहित कई संगीन धाराओं में नौ मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम पर हमला करने के आरोपित राम मूरत का भी आपराधिक इतिहास है।