शातिर त्रिभुवन ने की थी नवाब नुसरत उल्लाह वारसी की हत्या
22 फरवरी 2020 की रात नुसरत उल्लाह वारसी की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। नुसरत पड़ोसी के घर से कैरम खेल कर लौट रहे थे। रात ग्यारह बजे के करीब एक शख्स उनके कंधे पर हाथ रखकर अंदर गया था।
गोरखपुर, जेएनएन। राजघाट इलाके के बनकटीचक स्थित घर में नवाब नुसरत उल्लाह वारसी की हत्या शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह ने की थी। नामजद किए गए प्रापर्टी डीलर अनिल सोनकर ने हत्या करने के लिए पांच लाख रुपये सुपारी दी थी। लूट में नाकाम होने पर प्रधानाध्यापिका की हत्या करने वाले बदमाश ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया।
22 फरवरी की रात में नुसरत उल्लाह को घर में मारी गई थी गोली
22 फरवरी 2020 की रात नुसरत उल्लाह वारसी की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। नुसरत पड़ोसी के घर से कैरम खेल कर लौट रहे थे। रात ग्यारह बजे के करीब एक शख्स उनके कंधे पर हाथ रखकर अंदर गया था और फिर आंगन में नुसरत उल्लाह का शव मिला था। परिवार के लोगों ने प्रापर्टी डीलर अनिल सोनकर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। उनका कहना था कि अनिल ने जमीन दिलाने के लिए नुसरत से दो करोड़ रुपये लिए थे। रुपये लौटाना न पड़े, इसलिए पांच लाख रुपये सुपारी देकर हत्या कर दी। राजघाट पुलिस ने अनिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन शूटर नहीं मिला। सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया कि बशारतपुर के रहने वाली प्रधानाध्यापिका निवेदिता मेजर उर्फ डेविना हत्याकांड में पकड़े गए शातिर बदमाश त्रिभुवन से पूछताछ करने पर उसने नुसरत उल्लाह की हत्या करने की बात कबूल की।
प्रेमिका को दे दिए थे रुपये
जेल में बंद बदमाश त्रिभुवन की प्रेमिका शहर में रहती है। जिससे मिलने वह आता था। नुसरत उल्लाह वारसी की हत्या करने के बदले में मिले पांच लाख रुपये उसने अपनी प्रेमिका को दे दिए थे। लाक डाउन के दौरान रुपये खर्च होने के बाद त्रिभुवन गोरखनाथ क्षेत्र के रहने वाले अपने साथी दीपक नेभानी के साथ शहर में लूट करने लगा था।