कानपुर के दो लोगों ने ली यूक्रेनी माडल की जमानत
गोरखपुर : जेल में बंद यूक्रेनी माडल डारिया मोलचन को नए जमानतदार मिल गए हैं। कानपुर के रहने वाले दो ल
गोरखपुर : जेल में बंद यूक्रेनी माडल डारिया मोलचन को नए जमानतदार मिल गए हैं। कानपुर के रहने वाले दो लोगों ने जमानत राशि के तौर पर कोर्ट में दो-दो लाख रुपये की एफडी जमा की है। सीजेएम ने पुलिस को जमानतदारों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया है।
यूक्रेनी माडल डारिया मोलचन को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिली है। कानपुर, फिलखाना क्षेत्र के सिरकी मोहाल निवासी अभय गौड़ और स्वरूप नगर निवासी धर्मेद्र सिंह ने गुरुवार को कोर्ट में अर्जी देकर डारिया की जमानत ली। जमानत राशि के तौर पर दोनों ने दो-दो लाख रुपये की एफडी दी है। सीजेएम ने पुलिस को दोनों जमानतदारों का सत्यापन करने का निर्देश दिया है। इससे पहले गोरखपुर, बड़हलगंज क्षेत्र के रहने वाले दो व्यक्ति ने उसकी जमानत ली थी। सत्यापन के दौरान पुलिस ने जमानतदारों को थाने बुलाकर डारिया मोलचन से संबंध के बारे में पूछताछ की तो पीछे हट गए, जिसके कारण डारिया की रिहाई लटक गई।
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यह है मामला
यूक्रेन में सूमी 85, किरोवा स्ट्रीट निवासी डारिया मोलचन (20) पुत्री विटाली मोचलन को एसटीएफ ने दो अप्रैल को पार्क रोड पर गिरफ्तार किया था। डारिया के पास से दो पासपोर्ट, मरिना अमन मेहता के नाम से बना फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, दो मोबाइल व टैबलेट मिला। मोबाइल चेक करने पर उसमें दिल्ली के रहने वाले एक पुलिस अधिकारी की आपत्तिजनक तस्वीर मिली। जिसे जांच के लिए दिल्ली के फारेंसिक लैब भेजा गया है। एसटीएफ इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश की तहरीर पर कैंट पुलिस ने डारिया मोलचन के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने और विदेश अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। 12 अप्रैल को जिला जज ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। हाईकोर्ट में अपील के बाद एक सप्ताह पहले यूक्रेनी माडल को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिल गई।