गोरखपुर में एक साथ होगी सभी गौ-आश्रय स्थलों में गोवंश की पूजा Gorakhpur News
गोपाष्टमी पर्व मनाने को लेकर मुख्य सचिव की ओर से सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। सभी कार्यक्रम स्थलों पर समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था करनी होगी। हरे चारे चोकर एवं गुड़ की व्यवस्था जन सहयोग से करनी होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। गोपाष्टमी पर्व के अवसर पर 22 नवंबर को जिले के सभी गौ आश्रय स्थलों, पंजीकृत गौशालाओं एवं कान्हा उपवन में गोवंश की पूजा की जाएगी। सुबह नौ बजे से 10 बजे तक आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ बड़े पैमाने पर लोगों की मौजूदगी भी रहेगी। नगरीय क्षेत्र में नगर निकाय द्वारा जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों के द्वारा अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
गोपाष्टमी के लिए जारी हुआ पत्र
गोपाष्टमी पर्व मनाने को लेकर मुख्य सचिव की ओर से सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। सभी कार्यक्रम स्थलों पर समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था करनी होगी। गोवंश के भरण-पोषण के लिए हरे चारे, चोकर एवं गुड़ की व्यवस्था जन सहयोग से करनी होगी। इस दिन सभी गोवंश का चिकित्सकीय परीक्षण भी किया जाएगा और इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी को खुरपका एवं मुंहपका रोग से बचाने के लिए टीका लगाया गया है।
छुट्टा पशुओं के लिए भी चलेगा अभियान
छुट्टï घूम रहे गोवंश को संरक्षित करने के लिए अभियान भी चलाया जाएगा। गोपाष्टमी के दिन इस बात का प्रयास भी करना होगा कि मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत कुपोषित बच्चों के परिवारों को गौ आश्रय स्थलों से दुधारू गाय भी उपलब्ध करायी जा सकती है। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन का कहना है कि गोपाष्टमी पर्व पर गौ आश्रय स्थलों, कान्हा उपवन एवं अन्य स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां करने को कहा गया है। सभी स्थानों पर साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
बता दें, यह कार्यक्रम पहली बार होने जा रहा है। इससे गाय पालने वालों को परोक्ष रूप से सीख मिलेगी। दूसरे इसके माध्यम से गाय के महत्व को बताया जाएगा। गाय का दूध, दही, घी, गोबर आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इसी बहाने सरकारी की योजनाओं के बारे में बताया जाएगा। ताकि लोग गाय को पाल सकें।