इस जिले में शादी के लिए ढूंढे नहीं मिल रहे जोड़े
कुशीनगर जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लक्ष्य पूरा करने में अधिकारियों को पसीने छूट रहे हैं। अधिकारियों को शादी के लिए ढूंढने के बाद भी जोड़े नहीं मिल रहे हैं।
गोरखपुर, अनिल पाठक। कुशीनगर जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लक्ष्य पूरा करने में अधिकारियों को पसीने छूट रहे हैं। चाहे नगरीय क्षेत्र हो अथवा ग्रामीण अधिकारियों को शादी के लिए ढूंढने के बाद भी जोड़े नहीं मिल रहे हैं।
कुशीनगर में सामूहिक विवाह के लिए 1500 जोड़ों का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके सापेक्ष अभी तक कुल 69 जोड़े ही विवाह बंधन में बंधे हैं। नगरीय क्षेत्र में अब तक केवल हाटा ने लक्ष्य से अधिक 21 जोड़ों की शादी कराई है, तो ब्लाक स्तर पर नेबुआ नौरंगिया में महज 48 जोड़ों की शादी कराने में सफलता मिली है। 12 अक्टूबर 2017 में शुरू हुई इस योजना के तहत अप्रैल 2018 में जिले का लक्ष्य ब्लाकवार 1440 जोड़े व नगरीय क्षेत्र में 60 जोड़ों की शादी कराने की थी। अब जब इस सत्र में 73 दिन शेष बचे हैं। ऐसे में लक्ष्य पूरा होते नहीं दिख रहा है।
आवेदन न आने की वजह से फिर विभाग द्वारा 17 जनवरी की निर्धारित तिथि को परिवर्तित करते हुए नौ फरवरी रखा गया है।
पिछले सत्र में भी नहीं पूरा हुआ था लक्ष्य
वित्तीय वर्ष 2017-18 में 1230 जोड़ों के लक्ष्य के सापेक्ष महज 49 जोड़े ही सामूहिक जोड़े में बंध सके थे।
यह है ब्लाकवार लक्ष्य
दुदही-147
फाजिलनगर-117
हाटा-71
कप्तानगंज-89
कसया-62
खड्डा-106
मोतीचक-86
नेबुआ नौरंगिया-96
पडरौना-150
रामकोला-101
सेवरही-116
सुकरौली-84
तमकुहीराज-112
विशनुपुरा-106
यह है नगरीय क्षेत्र का लक्ष्य
कुशीनगर-8
खड्डा-6
रामकोला-5
हाटा-5
सेवरही-9
कप्तानगंज-9
पडरौना-18
अधिकारियों को दिया गया निर्देश
जिला समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत कुमार सिंह ने कहा कि डीएम के निर्देश पर लक्ष्य पूरा कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। बताया कि इस योजना के तहत एक जोड़े पर 35 हजार रुपये खर्च होने हैं, जिसमें लड़की के खाते में 20 हजार रुपये जमा कराना है।