शिक्षक भर्ती के लिए डायट व बीएसए कार्यालय में काउंसिलिंग शुरू
काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थियाें के मूल अभिलेखों की जांच डायट परिसर स्थित रविंद्रालय रानी लक्ष्मीबाई एवं राधाकृष्णन हाल तथा जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय में की जा रही है। काउंसिलिंग के लिए यहां पर कुल छह काउंटर बनाए गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश सरकार के निर्देश पर 6900 सहायक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत बेसिक शिक्षा विभाग में 31277 पदों के सापेक्ष भर्ती के लिए बुधवार को बीएसए व डायट कार्यालय में सुबह दस बजे से काउंसिलिंग शुरू हो गई। कोरोना के मद्देनजर थर्मल स्कैनिंग के बाद ही अभ्यर्थियों को काउंसलिंग केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। काउंसलिंग केंद्रों पर गोरखपुर के साथ-साथ बलिया, मऊ, सिद्धार्थनगर व अन्य जनपदों से अभ्यर्थी आए हैं।
यहां पर हो रही मूल अभिलेखों की जांच
काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थियाें के मूल अभिलेखों की जांच डायट परिसर स्थित रविंद्रालय, रानी लक्ष्मीबाई एवं राधाकृष्णन हाल तथा जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय में की जा रही है। काउंसिलिंग के लिए कुल छह काउंटर बनाए गए हैं। काउंटर संख्या एक की जिम्मेदारी बीईओ कैंपियरगंज अरुण कुमार सिंह व बीईओ बांसगांव राजेश कुमार श्रीवास्तव, काउंटर संख्या दो पर बीईओ जंगल कौड़िया रामाश्रय व बीईओ भटहट सुभाष गुप्ता, काउंटर संख्या तीन पर बीईओ खजनी वीके राय, बीईओ खोराबार निधि श्रीवास्तव, काउंटर संख्या चार पर बीईओ चरगांवा राजेश कुमार वैश्य व बीईओ ब्रह्मपुर उदयभान कुशवाहा, काउंटर संख्या पांच पर बीईओ सहजनवां विजय कुमार ओझा व बीईओ गगहा हरि गोविंद सिंह तथा काउंटर संख्या छह पर बीईओ बड़हलगंज सुरेंद्र यादव व डायट के प्रवक्ता लक्ष्मण सिंह को सौंपी गई है।
कुल 599 पदो पर होनी है भर्ती
जनपद में कुल 599 शिक्षक पदों पर भर्ती होनी है। इसमें 256 महिला और 343 पुरुष शिक्षकों के पद हैं। जहां तक कोटे की बात है तो जनपद में कुल 599 पदों के लिए होने वाली काउंसिलिंग में सामान्य के 178, ओबीसी के 272, एसी के 127, एसटी के 22, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के 14, भूतपूर्व सैनिक के 21 तथा दिव्यांग कोटे के 29 अभ्यर्थी हैं। जिला बेसकि शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह का कहना है कि काउंसिलिंग शांतिपूर्ण चल रही है। कोविड-19 के दृष्टिगत सभी अभ्यर्थियों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निर्देश दिया गया है। काउंसिलिंग केंद्र में थर्मल स्कैनिंग के बाद ही अभ्यर्थियाें को प्रवेश दी जा रही है।