Gorakhpur Coronavirus Updates: बस्ती में मेडिकल के पांच छात्र मिले कोरोना पाजिटिव
Gorakhpur Coronavirus Updates बस्ती जिले के पांच मेडिकल छात्र कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। यह सभी छात्र दीवाली की छुट्टी से वापस लौटे थे। इनकी कोरोना रिपोर्ट जांच में पॉजिटिव आई है। सभी को उनके रूम में ही आइसोलेट कर दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। महर्षि वसिष्ठ मेडिकल कॉलेज बस्ती के पांच मेडिकल छात्र कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। यह सभी छात्र दीवाली की छुट्टी से वापस लौटे थे। इनकी कोरोना रिपोर्ट जांच में पॉजिटिव आई है। इस बात की पुष्टि प्रशासनिक अधिकारी डाक्टर अनिल यादव ने की है। उहोंने बताया कि पॉजिटिव मिले स्टूडेंट को उनके रूम में ही आइसोलेट कर दिया गया है। इनकी तबीयत सामान्य है। कालेज कैंपस में पहली बार कोरोना वायरस के दस्तक देने से परिसर के अन्य स्टाफ़ व मेडिकल छात्रों में हड़कंप मच गया है
मेडिकल कालेज में अध्ययनरत सभी छात्र दीपावली के त्योहार पर छुट्टी मनाने अपने अपने घर गए थे। वापस आने पर इनकी जांच करायी गई जिसमें पांच मेडिकल स्टूडेंट की रिपोर्ट पाजिटिव आयी। शेष छात्रों की रिपोर्ट निगेटिव रही है। मेडिकल प्रशासन द्वारा पाजिटिव पाए गए छात्रों की ट्रैवल हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है। जांच से पहले व बाद में यहां पर उनके संपर्क की तलाश कर विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
गोरखपुर में फिर बढ़ने लगे कोरोना के मरीज, 44 नए संक्रमित मिले
गुरुवार को कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच में 1284 निगेटिव व 44 में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें शहर के 15 लोग हैं। जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 19676 हो गई है। 315 की मौत हो चुकी है। 18980 स्वस्थ हो चुके हैं। 381 सक्रिय मरीज हैं। सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि की। नवंबर में संक्रमितों की घटती संख्या ने स्वास्थ्य विभाग को थोड़ी राहत दी थी। लेकिन दो दिन से यह संख्या 40 से ऊपर पहुंचने लगी है। इसे लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। हालांकि विभाग का कहना है कि दो-चार मामले घटते-बढ़ते रहते हैं। फिर भी छठ को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्क किया गया है।
दूसरी लहर को लेकर तैयारी शुरू
सीएमओ ने कहा कि जिले में कोरोना समाप्त होने के कगार पर है। लेकिन दिल्ली में दूसरी लहर आ चुकी है और उसकी चपेट में एनसीआर व मेरठ भी आ चुके हैं। छठ पर इन जगहों से बड़ी में लोगों के आने की उम्मीद है। यदि कोई संक्रमित आया तो भीड़ में कइयों को संक्रमित कर सकता है। इसलिए एहतियात के तौर पर शारीरिक दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है। घर के लोग भी बाहर से आने वालों से दूरी बनाए रखें। हालांकि सतर्कता के लिए जो कोविड लेवल वन व टू अस्पताल बंद हो चुके थे, उन्हें नए सिरे से शुरू करने की तैयारी चल रही है। ताकि संक्रमण बढऩे पर कोई दिक्कत न आए। साफ-सफाई शुरू हो गई। वेंटीलेटर चेक किए जा रहे हैं। बेड दुरुस्त किए जा रहे हैं।
चार जगहों पर बढ़ाई गई एंटीजन जांच
छठ पर्व पर बाहर से आने वालों की जांच के लिए चार जगहों पर अतिरिक्त कैंप लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, बीआरडी मेडिकल व एयरपोर्ट पर एंटीजन जांच कैंप लगाया गया है। यात्रियों की जांच की जाएगी। जिसे भी बुखार या अन्य बीमारी होगी, उनके रीयल टाइम पालिमर चेन रियेक्शन (आरटीपीसआर) जांच के लिए भी नमूने लिए जाएंगे।
कोरोना जांच के लिए 22 से फिर शुरू होगा डोर टू डोर सर्वे
छठ पर्व बीतते ही 22 नवंबर से सात दिसंबर तक सभी नगर निकायों में कोरोना संक्रमितों का पता लगाने के लिए डोर टू डोर सर्वे एक बार फिर शुरू किया जाएगा। ऐसा करके छठ पर्व के बाद पड़ने वाले प्रभाव का अंदाज भी लगाया जा सकेगा। गुरुवार को मंडलायुक्त सभागार में मंडल में कोविड 19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने सर्वे करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सर्वे की रोज की रिपोर्टिंग भी करनी होगी। एक पाजिटिव केस मिलने पर कांटेक्ट में आने वाले कम से कम 15 लोगों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इधर टेस्ट की संख्या कुछ कम हुई थी, उसे बढ़ाकर अब दोगुना किया जाएगा। समीक्षा के दौरान देवरिया एवं कुशीनगर में सैम्पलिंग कम पाये जाने पर उन्होंने नाराजगी प्रकट करते हुए निर्देश दिये कि लक्ष्य के अनुरूप एवं कोविड-19 के प्रोटोकाल के तहत कार्य पूर्ण किये जाएं। ऐसा न करने पर संबंधित सीएमओ की जिम्मेदारी तय की जाएगी। कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति किसी भी स्तर पर तनिक भी शिथिलता नहीं होनी चाहिए। क्षेत्र में भ्रमण पर निकलते हुए एसडीएम एवं सीओ कोरोना से बचाव की जानकारी दें। शारीरिक दूरी का पालन कराएं और मास्क पहनने को प्रेरित करें। 55 वर्ष से उपर के कोरोना मरीज जो होम आइसोलेशन रहने योग्य नहीं हैं, रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) उन्हें कोविड अस्पताल में रेफर करा दें। सीएमओ एल-1, एल-2 एवं एल-3 में पूरी तैयारी रखी जाए। इस दौरान अपर जिलाधिकारी, अपर निदेशक स्वास्थ्य, प्राचार्य मेडिकल कालेज, मुख्य चिकित्साधिकारी आदि उपस्थित रहे।