कोरोना ने रुलाया, अब रमजान व नवरात्र से राहत की उम्मीद Gorakhpur News
गोरखपुर के महेवा स्थित थोक मंडी में प्रतिदिन पपीता मौसमी अनार अंगूर सेब और केला की 15 से ज्यादा गाडिय़ां देश के कई हिस्सों से आ रही है। मंडी से ही आसपास के जिलों में फलों की आपूॢत होती है।
गोरखपुर, जेएनएन। इस बार नवरात्र और रमजान का पवित्र महीना एक साथ (13 अग्रैल) शुरू होने जा रहा है। नवरात्र और रमजान फलों की खपत सबसे ज्यादा होती है। एक तरफ व्रत रखने वाले जहां फलहार करते हैं तो वहीं रोजेदार इफ्तार के वक्त फलों का भरपूर सेवन करते हैं। इसको देखते हुए महेवा मंडी के थोक कारोबारी तैयारी में जुट गए हैं। कारोबारियों के मुताबिक पपीता, केला, अन्ननास, मौसमी, तरबूज, अंगूर, सेब और केला की कमी नहीं होगी।
सेब, अनार व संतरा को छोड़ ज्यादातर फल बिक रहे 30 से 60 रुपये किलो
महेवा स्थित थोक मंडी में प्रतिदिन पपीता, मौसमी, अनार, अंगूर, सेब और केला की 15 से ज्यादा गाडिय़ां देश के कई हिस्सों से आ रही है। मंडी से ही आसपास के जिलों में फलों की आपूॢत होती है। सेब, अनार और संतरा को छोड़कर ज्यादातर फल 30 से 60 रुपये के बीच बिक रहे हैं।
इस बार कम हुई अनार की पैदावार
सेब और संतरा कोल्ड स्टोरेज से आ रहे हैं, जबकि अनार की पैदावार इस बार कम हुई है। नवरात्र, रमजान एवं लगन में फलों की किल्लत न हो इसके लिए व्यापारियों ने तैयारियां शुरू कर दी है।
नवरात्र एवं रमजान में नहीं होगी फलों की किल्लत
गोरखपुर फ्रूट एसोसिएशन के महामंत्री विजय कुमार सोनकर ने बताया कि रमजान, नवरात्र एवं लगन से कारोबारियों को काफी उम्मीदें हैं। कोरोना की वजह से फल कारोबारियों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है। सेब व संतरा को छोड़ बाकी फलों की आवक भरपूर है। इसलिए न तो फल की किल्लत होगी और न दाम बढ़ेंगे।
यहां से आता है फल
अन्नास : सिल्लीगुड़ी
पपीता : आंध्र प्रदेश
केला : पश्चिम बंगाल
अंगूर : नासिक
तरबूज : मध्यप्रदेश व स्थानीय
अनार : नासिक
मौसमी : आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र