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Coronavirus: की सस्ती दवा बाजार से खत्म, व्यापारियों ने फिर भेजी मांग Gorakhpur News

केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री दिलीप सिंह का कहना है कि व्यापारियों ने फैबीफ्लू के की मांग भेजी थी लेकिन यह दवा बाजार से खत्म हो गई हैैै।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 04:30 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 04:30 PM (IST)
Coronavirus: की सस्ती दवा बाजार से खत्म, व्यापारियों ने फिर भेजी मांग Gorakhpur News
Coronavirus: की सस्ती दवा बाजार से खत्म, व्यापारियों ने फिर भेजी मांग Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। ग्लेनमार्क कंपनी की कोरोना की दवा फैबीफ्लू बाजार से खत्म हो गई है। व्यापारियों ने दवा के लिए कंपनी को मांग भेजी है, लेकिन अभी आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कंपनी ने जब यह दवा बाजार में उतारी थी, तो भालोटिया के 10 थोक दुकानदारों ने 100-100 पत्ते दवा की मांग भेजी थी। कंपनी ने उन्हें मात्र 20-20 पत्ते ही दवा उपलब्ध करायी। उसकी कीमत 103 रुपये प्रति टेबलेट थी। इसके बाद कंपनी ने दवा की कीमत 74 रुपये प्रति टेबलेट कर दी। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कई कंपनियों ने दवाएं तैयार की हैं। उन्हें सरकार से अनुमति भी मिल गई है, लेकिन उनकी पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

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महंगा है रेमडेसिविर व टाक्लीजूमैप इंजेक्शन

रेमडेसिविर व टाक्लीजूमैप इंजेक्शन की उपलब्धता बाजार में है, लेकिन महंगा होने के कारण ये लोगों की पहली पसंद नहीं हैं। हालांकि दवा विक्रेता समिति इन्हें प्रिंट मूल्य से कम पर उपलब्ध करा रही है। रेमडेसिविर इंजेक्शन का खुदरा मूल्य 4000 और टाक्लीजूमैप इंजेक्शन की कीमत 40,545 रुपये है। समिति दोनों दवाओं को क्रमश: 3600 व 33,000 रुपये में मरीजों को उपलब्ध करा रही है।

कोविड-19 ड्रग के भी आर्डर भेजे गए

तीन दिन पहले जेनबर्ग कंपनी ने एक नई दवा कोविड-19 ड्रग के नाम से लांच की है। इसके लिए भी भालोटिया के तीन दुकानदारों ने सौ-सौ पत्ते का आर्डर भेजा है। अभी तक इसकी भी आपूर्ति नहीं हो पायी है। अब तक की दवाओं में यह सबसे सस्ती है। इसकी कीमत प्रति टेबलेट मात्र 39 रुपये है। इसके आ जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

भेजे गए हैं नए आर्डर

केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री दिलीप सिंह का कहना है कि व्यापारियों ने फैबीफ्लू के सौ-सौ पत्तों की मांग भेजी थी, लेकिन मिले से 20-20 पत्ते। यह दवा बाजार से खत्म हो गई है। नए आर्डर भेजे गए हैं। अभी दवा आई नहीं है। आगामी शुक्रवार तक आने की उम्मीद है। दवा विक्रेता समिति के महामंत्री आलोक चौरसिया का कहना है किरेमडेसिविर व टाक्लीजूमैप इंजेक्शन उपलब्ध हैं। महंगा होने के नाते मरीजों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय व प्रांतीय नेतृत्व के सहयोग से इसे ङ्क्षप्रट मूल्य से कम पर उपलब्ध कराया जा रहा है। 


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