Coronavirus in Gorakhpur: नहीं हो पाई कोरोना संक्रमिताें की कांटैक्ट ट्रेसिंग, फिर संक्रमण का खतरा बढ़ा
Coronavirus in Gorakhpur गोरखपुर में एक दिन में तीन संक्रमित मिलने के 24 घंटे बाद भी संक्रमितों के घर स्वास्थ्य टीमें नहीं पहुंची और न ही कांटैक्ट ट्रेसिंग हो पाई। इससे गोरखपुर में फिर कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दशहरा के बाद अचानक एक दिन में तीन संक्रमित मिल जाने से स्वास्थ्य विभाग चिंतित जरूर हुआ है लेकिन इसे लेकर उसकी कार्यप्रणाली पर कोई असर नहीं दिख रहा है। 24 घंटे बाद भी संक्रमितों के घर स्वास्थ्य टीमें नहीं पहुंची और न ही कांटैक्ट ट्रेसिंग हो पाई। मरीजों ने पाजिटिव आने के पूर्व अनेक लोगों को संक्रमित कर दिया होगा और अब वे लोग संक्रमण फैला रहे होंगे। लेकिन इससे विभाग की टीमें बेपरवाह हैं। जबकि इनकी तत्काल कांटैक्ट ट्रेसिंग हो जानी चाहिए और पाजिटिव आने पर उन्हें होम क्वारंटाइन करा दिया जाना चाहिए था।
फिर मिलने लगे कोरोना संक्रमण के मरीज
एक से 10 अक्टूबर तक कोरोना संक्रमितों की संख्या शून्य रही। 11 व 12 अक्टूबर को एक-एक संक्रमित मिले। दशहरा के बाद अचानक 17 अक्टूबर को तीन संक्रमित मिल गए। इनमें से एक 28 वर्षीय युवक जंगल कौड़िया का रहने वाला है। बैंकुंठपुर की एक 61 वर्षीय महिला लखनऊ के राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। वह अपने गांव से वहां तीन दिन पहले गई हैं। इसके अलावा एयरफोर्स की 71 वर्षीय महिला में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनकी कांटैक्ट ट्रेसिंग एयरफोर्स अस्पताल की टीम करेगी। लेकिन शेष दो संक्रमितों के घर विभाग की टीम नहीं पहुंची। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय का कहना है कि अभी सूची बनाई जा रही है कि संक्रमित किसके-किसके संपर्क में आए थे। इसके बाद उनकी जांच की जाएगी। संक्रमितों की सूचना संबंधित स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को दे दी गई है।
पहले भी बरती गई थी लापरवाही
तीन माह पहले महराजगंज से आ रहे गोरखपुर के चार लोगों की जिले की सीमा पर जांच की गई थी। उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई और जांचकर्ताओं ने उन्हें सतर्कता बरतने की सलाह देकर छोड़ दिया था। इसकी सूचना गोरखपुर के स्वास्थ्य विभाग को दी थी। लेकिन विभाग उन संक्रमितों के मोबाइल नंबर पर फोन करता रह गया, उनके घर जाकर उनका पता लगाने की कोशिश नहीं की।
15 दिन में रेलवे स्टेशनों पर बिना मास्क के पकड़े गए 187 यात्री
कोविड प्रोटोकाल के पालन को लेकर रेलवे प्रशासन ने स्टेशनों पर सतर्कता बढ़ा दी है। गोरखपुर सहित लखनऊ मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर एक से 15 अक्टूबर तक चलाए गए सघन जांच अभियान में बिना मास्क और गंदगी फैलाते हुए 187 यात्री पकड़े गए हैं। पकड़े गए लोगों से जुर्माना के रूप में 36400 रुपये की वसूली की गई है।
जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता के अनुसार रेलवे स्टेशनों पर बिना मास्क के के अलावा ट्रेनों में बिना टिकट और अनियमित यात्रियों के खिलाफ भी अभियान चलाया गया है। महज 15 दिन में 21339 यात्री पकड़े गए। पकड़े गए लोगों से जुर्माना के रूप में एक करोड पचास लाख पचपन हजार नौ सौ पचपन रुपये की वसूली की गई है। अभियान के दौरान मास्क पहनने, टिकट लेकर चलने और स्वच्छता बनाए रखने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया गया। अभियान के साथ जन जागरूकता अभियान लगातार चलता रहेगा। यह अभियान मंडल रेल प्रबंधक डा. मोनिका अग्निहोत्री के निर्देश पर चल रहा है। रेलवे बोर्ड ने 16 अप्रैल 2022 तक स्टेशनों और ट्रेनों में कोविड प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य कर दिया है।