Lockdown in Gorakhpur :निलंबित हो चुकी हैं दो दुकानें, फिर भी बाज नहीं आ रहे राशन दुकानदार Gorakhpur News
राशन दुकानों से सिर्फ 10 किलो गेहूं और 5 किलो चावल ही दिया जा रहा है। इसके बदले उनसे 50 रुपये लिए जा रहे हैं। फिजिकल डिस्टेंसिंग के मानक का भी का पालन नहीं किया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से सरकारी राशन दिये जाने वाले दावों की पोल इस आपदा की घड़ी में खुली रही है। बानगी के तौर पर अभी सिर्फ चार मामले सामने आएं हैं, पर इसने व्यवस्था के समक्ष एक प्रश्न खड़ा कर दिया है।
काला बाजारी के आरोप में जिला पूर्ति विभाग ने शुक्रवार को शहर के जाफरा बाजार व सरदारनगर विकासखंड के ग्राम भाउपुर स्थित सरकारी उचित दर की दुकानों को निलंबित करते हुए सील कर दिया। इसके अलावा दोनों कोटेदारों के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज किया गया।
लाकडाउन में इन्हें मिल रहा मुफ्त राशन
लॉकडाउन के दौरान लोगों को राहत देने के लिए पूर्ति विभाग द्वारा जिले के अति गरीबों, मनरेगा जाबकार्डधारियों, श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक व नगर निकाय में पंजीकृत ठेला, खोमचा वाले व मजदूरों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। इस अवधि में भी उक्त दोनों राशन की दुकानों पर आरोप लगाया गया कि वहां कार्डधारकों से ई-पास मशीन पर अंगूठे लगवा लिए गए और उन्हें राशन नहीं दिया गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंग सोगरवाल की जांच में मामला सत्य भी पाया।
ये हैं शिकायतें
इसके अलावा इलाहीबाग के कोटेदार द्वारा कार्ड धारकों से अधिक मूल्य लिए जाने की शिकायत मिली थी। इसकी भी जांच में पुष्टि हुई। चौथी शिकायत खोराबार विकास खंड के ग्राम भरवलिया बुजुर्ग के कोटेदार पर गांव के कई लोगों ने मनमानी का आरोप लगाया।
सिर्फ 10 किलो गेहूं और पांच किलो चावल
गांव के सोमेश्वर पांडेय, निर्मला शर्मा, अशोक कुमार, उमेश कुमार आदि ने आरोप लगाया कि सिर्फ 10 किलो गेहूं और 5 किलो चावल ही दिया जा रहा है। इसके बदले उनसे 50 रुपये लिए जा रहे हैं। राशन वितरण के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग के मानक का भी का पालन नहीं किया जा रहा है। यह वह चार मामले हैं, जो प्रकाश में आ सकें हैं। अन्यथा तमाम मामलों की लोगों को जानकारी तक नहीं हो पाती है। यह स्थिति तब है, जब लॉकडाउन को लेकर जिला प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है। अन्य दिनों की स्थिति क्या होती होगी, आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।
शिकायत मिलने पर हो रही जांच
इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी आनंद कुमार सिंह का कहना है कि जिस भी मामले की शिकायत मिलती है, तत्काल जांच कर कार्रवाई की जाती है। जाफरा बाजार व भाउपुर की शिकायत जांच में सत्य मिली तो उनके विरुद्ध कार्रवाई भी गई। भरवलिया बुजुर्ग में कोटेदार के परिवार में एक मौत होने के चलते 1-3 तारीख तक राशन का वितरण नहीं शुरू हो सका था। शनिवार से वितरण शुरू हो गया है। अन्य कोई आरोप संज्ञान में नहीं है।