कोरोना में गोरखपुर के 52 उद्योगों का कनेक्शन कटा, कोई जुड़वाने नहीं आया Gorakhpur News
गोरखपुर में कोरोना काल में 52 उद्योगों का बिजली कनेक्शन कट गया। इसमें से एक को छोड़कर अब तक किसी उद्यमी ने बिजली कनेक्शन जोडऩे के लिए आवेदन नहीं किया है। अब अफसर बकाया जमा कराने और कनेक्शन शुरू कराने के लिए परेशान हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना की शुरुआत होने के साथ ही बिजली निगम ने बकाये में 52 उद्योगों का कनेक्शन काटा। लाकडाउन में सब कुछ बंद रहा। अफसरों को उम्मीद थी कि लाकडाउन खत्म होने के बाद इन उद्योगों को शुरू करने की पहल होगी और बिजली निगम का बकाया जमा होगा लेेकिन ऐसा हुआ नहीं। एक को छोड़कर अब तक किसी उद्यमी ने बिजली कनेक्शन जोडऩे के लिए आवेदन नहीं किया है। अब अफसर बकाया जमा कराने और कनेक्शन शुरू कराने के लिए परेशान हैं।
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में हैं सभी उद्योग
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में चार सौ से ज्यादा फैक्ट्रियों की स्थापना हुई है। मार्च में कोरोना शुरू होने के पहले इनमें से ज्यादा फैक्ट्रियां संचालित थीं। बिजली निगम ने बकाये में 52 फैक्ट्रियों का कनेक्शन काटा था। उद्यमियों ने जल्द से जल्द बकाया जमा करने का आश्वासन दिया था। कोरोना के कारण लाकडाउन में फैक्ट्रियां बंद हो गईं। लाकडाउन खत्म होने के बाद अफसरों को उम्मीद थी कि सभी उद्यमी कनेक्शन दोबारा जोडऩे के लिए निगम से संपर्क करेंगे। लाकडाउन खत्म हुए काफी समय बीतने के बाद भी एक उद्यमी को छोड़कर अब तक कोई भी सामने नहीं आया है।
3.75 करोड़ रुपये है बकाया
52 उद्यमियों पर बिजली निगम का 3.75 करोड़ रुपये बकाया है। इनमें से कुछ पर तीन से चार लाख रुपये बकाया है।
सभी फैक्ट्रियों की जांच का निर्णय
कई महीने बीतने के बाद भी बिजली कनेक्शन न जुड़वाने पर बिजली निगम के अफसरों ने फैक्ट्रियों की जांच का निर्णय लिया है। अफसरों का मानना है कि सभी फैक्ट्रियों में एक साथ उत्पादन बंद होना समझ से परे है। इन फैक्ट्रियों में बिजली के लिए कोई न कोई व्यवस्था जरूर की गई होगी।
पार्ट पेमेंट का भी विकल्प
अफसरों का कहना है कि कोई उपभोक्ता एकमुश्त बिल का भुगतान नहीं कर पाता है तो उसे पार्ट पेमेंट की भी सुविधा दी जाती है। ऐसी स्थिति में उद्यमियों को बकाया जमा करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए लेकिन कोई उद्यमी निगम के अफसरों से संपर्क ही नहीं कर रहा है।