कांग्रेस ने कहा, सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित सिपाहियों को बचा रही है सरकार Gorakhpur News
कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजलाल खावरी ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म मामले में सिपाहियों को बचाने के लिए दवा कंपनी के कर्मचारियों को फंसा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। अखिल भारतीय कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजलाल खावरी ने कहा कि देश में दलितों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। दलितों की आवाज दबाई जा रही है। जिला अस्पताल में भर्ती दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। उन्होंने सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण के सही खुलासे के लिए सीबीआइ जांच की मांग भी की।
गोरखपुर मेें सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस सिपाहियों को बचाने के लिए दवा कंपनी के कर्मचारियों को फंसा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो खुलासा किया है, वह गलत है। पीडि़ता सामूहिक दुष्कर्म करने वालों को पहचानने का दावा कर रही है, ऐसे में पुलिस को शिनाख्त परेड करानी चाहिए। पूर्व सांसद ने कहा कि अपनी नाकामी छिपाने के लिए पुलिस पीडि़ता पर दबाव बना रही है। प्रदेश की सरकार बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर को खत्म कर मनुवादी विचारधारा थोपना चाहती है। यह भाजपा का छुपा एजेंडा है। इस सरकार में लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
खुद को पुलिसकर्मी बता युवती को बाइक से ले गए थे होटल
उधर, सिपाहियों द्वारा युवती से दुष्कर्म किए जाने की मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस की जांच में जो तथ्य सामने आया है उसमें दवा कंपनी के एरिया मैनेजर व एमआर ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर युवती को गोरखनाथ क्षेत्र से अगवा किया था। रेलवे स्टेशन रोड स्थित होटल आदर्श पैलेस में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपित की पहचान कर गोरखनाथ पुलिस व क्राइम ब्रांच ने बलिया के रहने वाले एमआर को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी ने दी जानकारी
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि 13 फरवरी की रात में गोरखनाथ क्षेत्र में बाइक सवार दो युवकों ने खुद को पुलिसकर्मी बता युवती को अगवा कर होटल ले आए थे और कमरे में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। आरोपितों के चंगुल से छूटने के बाद पीडि़ता रात एक बजे घर पहुंची और अगले दिन घटना की जानकारी पुलिस को दी। पीडि़ता के बयान के आधार पर अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी। होटल के रजिस्टर की जांच करने पर पता चला कि कमरा वाराणसी के रहने वाले आशीष सिंह के नाम से बुक है।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से हुई पहचान
सीसीटीवी फुटेज की मदद से दूसरे आरोपित की पहचान बलिया, खेजुरी के अजनेरा निवासी आलोक सिंह के रूप में हुई। छानबीन में पता चला कि आलोक दवा कंपनी में एमआर है। शाहपुर इलाके के धर्मपुर में किराये पर कमरा लेकर परिवार के साथ रहता है। रविवार शाम गोरखनाथ पुलिस ने बाइक समेत हड़हवा फाटक के पास उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वाराणसी का रहने वाला आशीष सिंह दवा कंपनी में एरिया मैनेजर है। उसके साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था।