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आभूषण के बाजार में विश्वास जरूरी, ग्राहकों के साथ रिश्‍ता होता है मजबूत

रीना केडिया कहती हैं कि आभूषण के कारोबार में भरोसा सबसे बड़ी चीज है। इसकी बुनियाद पर ही कारोबार टिका होता है। ग्राहकों के साथ हमारा रिश्ता जितना घनिष्ठ और मजबूत होगा कारोबार में तरक्की भी उतनी होगी। मुश्किल समय में यही काम आते हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 12:30 AM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 12:30 AM (IST)
आभूषण के बाजार में विश्वास जरूरी, ग्राहकों के साथ रिश्‍ता होता है मजबूत
एश्‍प्रा डायमंड शोरूम की मालिक रीना केडिया।

देवरिया, जेएनएन। किसी भी कारोबार में कामयाबी के लिए सबसे जरूरी है विश्वसनीयता। आज के दौर में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। इसलिए धैर्य के बिना हम आगे बढऩे की सोच भी नहीं सकते। गुणवत्ता व शुद्धता पर विशेष ध्यान रखकर ही सफलता के सोपान गढ़े जा सकते हैं। देवरिया में हरी प्रसाद गोपी कृष्ण सराफ ग्रुप के एश्‍प्रा डायमंड शोरूम की मालिक रीना केडिया कहती हैं कि आभूषण के कारोबार में भरोसा सबसे बड़ी चीज है। इसकी बुनियाद पर ही कारोबार टिका होता है। ग्राहकों के साथ हमारा रिश्ता जितना घनिष्ठ और मजबूत होगा, कारोबार में तरक्की भी उतनी होगी। मुश्किल समय में यही काम आते हैं। आपको संबल प्रदान करते हैं। कम समय में ग्राहकों से रिश्ता मजबूत बनाना आसान हो गया। इसी की बदौलत कोरोना काल में मुश्किलें कम करने में मदद मिली।

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पांच साल पहले कारोबार में रखा कदम

रीना केडिया बताती हैं कि मैंने स्नातक किया है। 1991 में शादी हुई। अब बच्चे बड़े हो गए हैं। बाहर पढ़ाई कर रहे हैं। खाली बैठना मुझे अच्छा नहीं लगता। इसलिए पति संजय केडिया के सहयोग से ज्वेलरी का कारोबार पांच साल पहले शुरू किया। ज्वेलरी के क्षेत्र में हरी प्रसाद गोपी कृष्ण सराफ ग्रुप गोरखपुर का बड़ा नाम है। उसकी फ्रेंचाइजी हमने ली। कारोबार को आगे बढ़ाने में मुश्किलें कम आईं। सोने-चांदी के गहनों में गुणवत्ता व शुद्धता के पैमाने पर हम खरा उतर रहे हैं। लोगों की जरूरतों को हम ध्यान रखते हैं। इसलिए कम समय में उनसे नाता जुड़ता गया। कठिन हालात में हम उसी ताकत से फिर उठ खड़े हुए हैं।

ग्राहकों से रिश्ता बनाने में मोबाइल नंबर आए काम

हमने ग्राहकों के मोबाइल नंबर को सुरक्षित किया। करीब दो हजार से अधिक ग्राहकों के मोबाइल नंबर हमारे पास है। हमने एक आपरेटर की नियुक्ति की है, जो सभी ग्राहकों को फोन के माध्यम से संपर्क करते हैं। इससे न केवल ग्राहकों से जुड़ाव बनता है, बल्कि घर बैठे उन्हें सभी जानकारी मिल जाती है।

डिजिटल की सुविधा का मिलता है लाभ

ग्राहकों को डिटिजल सुविधा का भी लाभ मिलता है। ग्राहकों को नए प्रोडक्ट व डिजाइन के बारे में जानकारी एस्प्रा के वेबसाइट पर आसानी से मिल जाती है। कई बार ग्राहक डिजाइन पसंद कर लेते हैं और शोरूम पर आकर देखते हैं। इसका फायदा यह होता है कि ग्राहक को उस डिजाइन का ज्वेलरी हम आसानी से उपलब्ध कराते हैं। हमारे यहां जिले के अलावा कुशीनगर, सिवान व गोपालगंज जिले के ग्राहक भी आते हैं।

सामान मंगाने या पसंद करने में वाट्सएप आया काम

लाकडाउन के समय और बाद में भी बिना गोरखपुर से आभूषण मंगाना आसान रहा। लाकडाउन में आभूषण को मंगाने के लिए हमने वाट््सएप का सहारा लिया। इसके अलावा जरूरत पडऩे पर एक कर्मचारी को गोरखपुर भेजते है। पसंद करने के बाद कर्मचारी लौट आते हैं। उसके बाद कोरियर के जरिये इंश्योर्ड माल आ जाता है। दूरी कम होने से बहुत आभूषण मंगाना आसान है।

ग्राहकों के लिए नई स्कीम

कोरोना संक्रमण काल में कारोबार प्रभावित रहा। बाजार में अभी पूरी तरह तेजी नहीं आई है। ऐसे में ग्राहकों के लिए स्कीम लागू की गई है। ग्राहकों को कालकर डायमंड के रेट से लेकर छूट व अन्य सुविधाओं के बारे में बताया जा रहा है। सोने-चांदी व डायमंड के नए स्टाक के बारे में जानकारी दी जा रही है। हमने ग्राहकों के लिए किश्तों के भुगतान की व्यवस्था की है। यह तरीका अपनाना फायदेमंद रहा।

कर्मचारियों से घर जैसा नाता

हमारे यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों से घर जैसा नाता है। हम सेलरी के अलावा उन्हें बोनस हर साल देते हैं। स्टाफ को कोई दिक्कत न हो, इसका ख्याल रखते हैं। बाहर के कर्मचारियों के लिए हमने रहने का भी इंतजाम किया है। लिहाजा वह भी पूरे मनोयोग से सहयोग करते हैं। उनकी काउंसिङ्क्षलग भी कराते हैं कि ग्राहकों से किस तरह व्यवहार करना है। ग्राहकों को पानी व चाय कैसे देना है।

आनलाइन भुगतान की व्यवस्था

ज्वेलरी आनलाइन बेची नहीं जा सकती। इसलिए ग्राहक शोरूम पर आकर खरीदारी करते हैं। हमने नकदी के अलावा आनलाइन पेमेंट की भी व्यवस्था की है। ग्राहक चाहें जो पेटीएम, एटीएम या आरटीजीएस से पेमेंट कर सकते हैं। चेक से भुगतान की सुविधा भी हम देते हैं।

सामाजिक दायित्व निभाना जरूरी

सामाजिक दायित्वों को निभाने में हम पीछे नहीं हैं। पति के सहयोग से कोरोना काल में कोरोना योद्धाओं व प्रवासी कामगारों को भोजन-पानी उपलब्ध कराया गया। कई महीनों तक गरीबों में भोजन पैकेट बांटे गए। शुद्ध पानी पिलाने का कार्य हमेशा चलता है।


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